कान्हा नेशनल पार्क पर तस्करों का कब्जा, फिर एक बाघ की मौत

भोपाल। मंडला जिले में स्थित मप्र के सबसे लोकप्रिय कान्हा नेशनल पार्क पर अब लगता है तस्करों का कब्जा हो गया है। चंदरोज पहले ही एक टाइगर की अंगभंग लाश मिली थी। आज फिर एक और मौत की खबर आ गई। पिछले 1 साल में यहां 9 टाइगर मारे जा चुके हैं। वनविभाग के अधिकारी केवल खानापूर्ति वाली कार्रवाई करते दिखाई देते हैं। 

ताजा मामला मुक्की रेंज में बिशनपुर से आ रहा है। यहां एक वयस्क बाघ का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। पार्क प्रबंधन के अधिकारी एक बार फिर गंभीरता पूर्वक जांच की बातें कर रहे हैं। पार्क संचालक संजय शुक्ल का कहना है कि आपसी संघर्ष के दोरान बाघ की मौत हो गई है। 

बता दें कि एक साल में मप्र में बाघों की मौत का यह 31वां और कान्हा में 9वां मामला हैं। पूरा एक सप्ताह भी नहीं गुजरा कि कान्हा से अंगभंग हुई टाइगर की लाश मिली थी। मामले में जब तस्करों का कनेक्शन खुलकर सामने आ गया तो वनविभाग ने भी 5 लोगों को शिकार बताकर मीडिया के सामने पेश कर दिया परंतु आज फिर मिली लाश ने संदेह की सुई एक बार फिर पार्क संचालक की ओर मोड़ दी है। 

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