जबलपुर। त्यौहारों में चीनी पटाखे और चाइनीज रोशनी की भरमार होती है। यूज एंड थ्रू वाले बिना वारंटी के इस प्रोडक्ट को इस साल व्यापारी बेचने से कतरा रहे हैं। वजह चीन का पाकिस्तानी का खुला समर्थन और भारत का विरोध है। जबलपुर में करीब 35 करोड़ से ज्यादा के पटाखे और रोशनी का कारोबार है।
इलेक्ट्रिकल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद वाधवा ने कहा कि जबलपुर में पिछले दो साल से चीनी माल की ब्रिकी कम हुई है। पुराना माल ही व्यापारियों का फंसा हुआ है। इस साल करीब 10 करोड़ का चीनी माल मार्केट में आने की उम्मीद है। एसोसिएशन ने व्यापारियों से चीनी प्रोडक्ट को नहीं बेचने के लिए कहा है। देश में बने उत्पादों को ही बेचने को कहा है।
विनोद वाधवा ने बताया कि ज्यादातर व्यापारी चीन के बने प्रोडक्ट को नहीं रख रहे हैं। वहीं पटाखा एसोसिएशन के अध्यक्ष सदारंगमल ने कहा कि चीनी पटाखों पर पहले से प्रतिबंध है फिर भी कुछ व्यापारी चोरी-छिपे इसे बेचते हैं। इस बार सभी ने इसे नहीं रखने का फैसला किया है। पटाखा व्यापारी विकास अग्रवाल ने भी कहा कि देश हित में चीन के पटाखे नहीं बेचे जाएंगे।