शहडोल। प्रान्तीय अध्यापक संघर्ष समिति ने 16 अक्टूवर को शहडोल में विशाल सम्मेलन विशाल आमसभा व महारैली का आयोजन करने का निणर्य लिया है। सरकार द्वारा अध्यापकों के छठें वेतनमान की घोषणा एवं केबिनेट में पारित होने के वाबजूद भी 9 माह बीत जाने के बाद आज तक गणना पत्रक जारी नही किया है, जिससे अध्यापकों में रोष व्याप्त है। अध्यापक अपनी प्रमुख मांग शिक्षा विभाग में संविलियन व 7वें वेतनमान के लाभ को लेकर प्रदेश के सभी जिलों से हजारों अध्यापक शहडोल में एकत्र होकर प्रदेश के मुखिया के समक्ष अपनी मांगें रखेंगे।
अध्यापक संघर्ष की प्रान्तीय कार्यकारिणी ने 02 अक्टूबर को भोपाल में आयोजित हुई बैठक में निर्णय लेकर शहडोल में उक्त कार्यक्रम करने का निश्चय किया और प्रान्तीय पदाधिकारियों ने कहा है कि अब प्रदेश का 3 लाख अध्यापक शान्त नहीं बैठेगा। विदित है कि राजधानी सहित प्रदेश के प्रत्येक जिलों में 25 सितम्बर को तिरंगा रैली निकाल कर लाखों अध्यापक अपना विरोघ प्रकृट सरकार के समक्ष व्यक्त कर चुके है पर आज दिनांक तक मांगों पर शासन द्वारा विचार नहीं किया गया।
सरकार की छल-कपट नीति के विरूद्ध सोई हुई सरकार के तंत्र को नीद से जगाकर उसके ईमानदार वादे की याद दिलाने के लिये प्रदेश का हर अध्यापक 16 अक्टूवर को शहडोल में एकत्र होकर अपने अधिकार और हक की लड़ाई का शंखनाद करेगा।
6वे वेतनमान की घोषणा अध्यापक संवर्ग के लिये मुंबई से कर भारत भर में वाहवाही लूटने वाले मुख्यमंत्री सरकार के तंत्र की नाकामी और छल कपट नीति को उजागर कर सरकार की कथनी और करनी का पर्दाफाश कर गणना पत्रक का विसंगतिरहित आदेश जारी करवाने व शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर प्रदेश के सभी जिलों से अध्यापक, संविदा, गुरूजी 16 अक्टूवर को जोरदार तरीके से आंदोलन में दमखम दिखायेंगे । प्रान्तीय महारैली में प्रान्तीय संघर्ष समिति के प्रान्ताध्यक्ष श्री वृजेश शर्मा, भरत पटेल, जगदीश यादव, मनोहर दुबे, व राकेश नायक सहित सभी संभागीय पदाधिकारी, व जिलाध्यक्ष उपस्थित होकर अपने विचार रखेंगे । संभागीय संघर्ष समित ने संभाग अंतर्गत कार्यरत सभी अध्यापकों, संविदा शिक्षकों, गुरूजियों, व अतिथि शिक्षकों से अपील की है कि 16 अक्टूवर को होने वाली प्रान्तीय महारैली व विशाल आमसभा को एकजुटता के साथ उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनायें ।
उक्ताशय की जानकारी संभागीय संघर्ष समिति के पदाधिकारी संतोष शर्मा विजय कृष्ण मिश्रा एवं राजीव तिवारी जयप्रताप सिंह के द्वारा दी गई ।