लीजिए, ये रहा सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत

नईदिल्ली। कल ही कुछ भारतीय नेताओं ने 'सर्जिकल स्ट्राइक' के सबूत मांगे थे। आज सामने आ गए। अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' के पत्रकार प्रवीण स्वामी ने पाक के कब्जे वाले कश्मीर में जाकर लोगों से बातचीत की। कई तरह के प्रश्न किए गए। गुलाम कश्मीर के नागरिकों ने भारतीय सेना के हमले की पुष्टि की है। उन्होंने मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी दी और यह भी बताया कि हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ट्रकों में भरकर लाशें ले गई थी। हां, चश्मदीदों ने मारे गए आतंकवादियों की संख्या, भारतीय सेना के अनुमान से कम बताई है। 
अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' में छपी खबर के मुताबिक एक चश्मदीद ने तो ये भी बताया कि 'जिहादियों की पनाहगाहों को तबाह कर दिया गया। दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी भी हुई। जिहादियों की ये मेकशिफ्ट बिल्डिंग उनके इस पार आने से पहले अपने मुल्क की आखिरी पनाहगाह होती थी।

नियंत्रण रेखा के पास रहने वालों ने सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान निशाना बनाए गए ठिकानों की भी जानकारी दी जो न तो भारत और न ही पाकिस्तान की ओर से सार्वजनिक की गई हैं। हालांकि इंडियन एक्सप्रेस द्वारा द्वारा जुटाई गई चश्मदीदों की गवाही और खुफिया रिकॉर्ड के मुताबिक स्ट्राइक में मारे गए लोगों की संख्या भारतीय अधिकारियों के साझा किए गए 38-50 के आंकड़े से कम हो सकती है लेकिन अखबार के मुताबिक इस हमले में जिहादियों के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
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