आतंकियों से भिड़ने वाले शहीद रमाशंकर को अनुग्रह राशि मंजूर

भोपाल। सेंट्रल जेल से भागे आतंकियों को रोकते वक्त शहीद हुए कांस्टेबल रमाशंकर यादव की फैमिली के लिए सरकार ने 10 लाख रुपए की अनुग्रह राशि मंजूर की है। वहीं उसकी बेटी की शादी के लिए सरकार अलग से 5 लाख रुपए देगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की।

यूपी का रहने वाला था शहीद...
आतंकियों ने जेल से भागते वक्त रमाशंकर यादव का गला काट दिया था। शहीद सिपाही यूपी के बलिया का रहने वाला था। उसकी बेटी की 9 दिसंबर को शादी होने वाली है।

मुठभेड़ पर राजनीति...
जेल तोड़कर भागे आठों आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराए जाने पर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा ने इसकी तारीफ की है, वहीं कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल ने इस मामले की जांच की मांग की है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने आतंकवादियों को ढेर करने पर पुलिस के अधिकारियों जवानों और सतर्कता के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस देश और प्रदेश की सरकार किसी भी प्रकार के आतंकवाद को बर्दाश्त करने वाली नहीं है। जेल में आतंकवादियों के हाथों शहीद प्रधान आरक्षक के परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनके परिवार की चिंता सरकार करेगी।

वहीं दूसरी ओर आतंकवादियों के फरार होने से लेकर एनकाउंटर तक की प्रक्रिया पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने सवाल उठाए है। हालांकि उन्होंने कांग्रेस को आतंकवादियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का पक्षधर भी बताया। यादव ने सवाल उठाए हैं कि हाईअलर्ट के निर्देशों की अनदेखी क्यों हुई, एक जेल में 35 आतंकवादी क्यों रखे गए, सुरक्षा के लिए केवल दो सिपाहियों को क्यों रखा गया, कुछ वर्ष पूर्व खंडवा जेल से आतंकवादियों के फरार होने की घटना से सबक क्यों नहीं लिया गया, उनके पास आधुनिक हथियार कहां से आए और इस घटना में कौन सी आंतरिक शक्तियां शामिल हैं? प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने मामले की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराने की मांग की है।

माकपा की प्रदेश इकाई ने भी जेल से भागने से लेकर कथित मुठभेड़ तक के पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के जज से कराई जानी चाहिए। माकपा ने कहा कि 'मुठभेड़' में मारे जाने की घटना एक गढ़ी गई कहानी प्रतीत होती है। इसका सच उजागर करने के लिए जांच जरूरी है।

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