भोपाल। बालाघाट के सरकारी अस्पताल में आग लग गई। इस आग में कुछ दूसरे दस्तावेजों के साथ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक सुरेश यादव की मेडिकल जांच रिपोर्ट भी जलकर राख हो गई। प्रबंधन का कहना है कि आग शॉर्टसर्किट के कारण लगी है परंतु मामला विवादित हो जाने के कारण अग्निकांड भी संदिग्ध हो गया है।
बालाघाट के जिला अस्पताल में देर रात दो बजे लगी आग में एक्सरे व सोनोग्राफी विभाग का रिकार्ड जल कर खाक हो गया। जली हुई फाइलों में वे रिकार्ड भी शामिल बताए जा रहे हैं जिसमें संघ प्रचारक की सोनोग्राफी व एक्सरे रिपोर्ट भी थी। इन्हीं दस्तावेजों में दर्ज था कि सुरेश यादव को कहां कहां और कितनी चोटें आईं हैं। वो कितनी गंभीर और जानलेवा हैं।
यह आग उस समय लगी जब संघ प्रचारक पिटाई कांड की जांच करने गठित की गई एसआईटी बालाघाट पहुंचने वाली थी। बता दें कि इस मामले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और पुलिस विभाग के अधिकारियों का एक वर्ग आमने सामने है। वहीं भाजपा के 2 विधायकों ने पिटाई कांड के लिए मंत्री गौरीशंकर बिसेन को जिम्मेदार ठहराया है। जबकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि यह आग शॉर्टसर्किट के कारण लगी है।