मेहगांव। कस्बे में मौ रोड पर काली माता मंदिर के पास बने एक घर में बुजुर्ग महिला कमरे में कुंडली बनाकर बैठे अजगर के ऊपर सिर रखकर रातभर सोती रही। रात में अजगर इधर-उधर हिलता रहा, जिससे बुजुर्ग महिला को करवटें बदलनी पड़ीं। सुबह 6 बजे वृद्धा जागी तो उसने घर के सदस्यों से कहा कि वह रातभर तकिए की वजह से ठीक से सो रहीं पाईं। तभी घर के लोगों ने कमरे में खोजबीन की तो सोफे के नीचे 2 फीट लंबा अजगर मिला। जिसे भिंड और मेहगांव से पहुंची फॉरेस्ट विभाग की टीम ने पकड़कर जंगल में छोड़ा है।
तकिया समझकर सोती रही वृद्धा
मौ रोड पर काली माता मंदिर के पास नरेश कुमार ओझा का मकान है। बुधवार की रात घर की बैठक में श्री ओझा की मां लक्ष्मी पत्नी रामसिंह ओझा जमीन पर सो रही थीं। तभी बैठक में अजगर सांप कहीं से आकर बुजुर्ग के सिराहने बैठ गया। वृद्धा रातभर उसे सिराहना समझकर उस पर सिर रखकर सोती रही। अजगर भी चुपचाप तकिया बना रहा। उसने वृद्धा को क्षति पहुंचाना तो दूर वहां चले जाने या डराने की कोशिश भी नहीं की। सुबह 6 बजे वो सोकर उठीं और परिवारजनों को बताया कि तकिया ठीक नहीं था। अच्छी नींद नहीं आइ। तब कहीं जाकर पता चला कि रात भर क्या क्या हुआ।
आंखों से कम दिखाई देता
नरेश कुमार ओझा की मां लक्ष्मी की उम्र तकरीबन 80 के आसपास है। सुबह अजगर को पकड़ने पहुंची फॉरेस्ट विभाग की टीम के लक्ष्मी ने बताया कि उन्हें पता ही नहीं चला कि वह रातभर अजगर के ऊपर सिर रखकर सो रही थीं। उन्होंने बताया कि इस दौरान अजगर सिर से फिसलता रहा जिसकी वजह से उन्हें लगा कि तकिया ठीक नहीं है। बुजुर्ग महिला के बेटे नरेश कुमार ने बताया कि उन्होंने सौफा हटाकर देखा तो बैठक में अजगर कुंडली बनाकर बैठा था।