इंदौर। यहां एक धार्मिक जुलूस के दौरान मरीज की तड़प तड़पकर मौत हो चुकी है परंतु हालात में सुधार कतई नहीं किया हुआ। पाटनीपुरा चौराहा पर सुबह 10.45 बजे हिन्दू उत्सव समिति ने चीनी उत्पादों के विरोध में मानव श्रृंखला बनाई। इस दौरान ट्रेफिक जाम हो गया। इस जाम में एक महिला मरीज भी फंसी थी। उसकी बेटी ने कार्यकर्ताओं को हालात बताए तो बजाए मदद करने के हाथों में डंडे थामे कार्यकर्ताओं ने उल्टा जवाब दिया 'देश के लिए 10 मिनट नहीं रुक सकते क्या?'
चौराहे के चारों तरफ मानव श्रृंखला बनने से वाहन गुत्थम-गुत्था है। लोग मानव श्रृंखला खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। दोपहिया वाहन पर एक युवती आगे बढ़ने की कोशिश करती है। गाड़ी के पीछे एक महिला भी बैठी है। एक कार्यकर्ता हाथ से इशारा कर उसे रोकता है। युवती कहती है, उसे अस्पताल जाना है। देरी नहीं होना चाहिए। कार्यकर्ता ने कहा कि दिखाई नहीं दे रहा। मानव श्रृंखला बनी है। कोई भी नहीं जा रहा। आपको क्यों जाने दे। देश के लिए 10 मिनट नहीं रुक सकते क्या?
चौराहे पर खाकी वर्दी वाले और ट्रैफिक जवान भी है, लेकिन कोई भी वाहनों को जाने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था बहाल नहीं करता। इस बीच एक युवक आकर कार्यकर्ता से कहता है रास्ता दीजिए इन्हें..। अस्पताल जाने से रोकना नहीं चाहिए। जरूरी होगा, तभी तो वे आपसे आग्रह कर रही है। कार्यकर्ता दोनों महिलाओं को जाने देता है। इसके बाद एक और युवती अपने दोपहिया वाहन को निकालने की मिन्नत करती है। जल्दी जाने की वजह वह भी अस्पताल बताती है। कार्यकर्ता झल्ला जाता है क्या सबको अस्पताल ही जाना है। अब किसी को नहीं जाने दिया जाएगा। 10 मिनट बाद मानव श्रृंखला खुलती है। कार्यकर्ता अपने-अपने घरों के लिए लौटने लगते हैं, लेकिन ट्रैफिक बहाल होने में आधा घंटा लग जाता है। हार्न का शोर, धुएं के बादलों के बीच लोग ट्रैफिक जाम को कोसते हुए गंतव्य तक पहुंचने की जल्दबाजी में जुटे रहते हैं।