छत्तीसगढ़ में 'जेल सत्याग्रह' कैदियों की भूख हड़ताल

छत्तीसगढ़। अच्छे आचरण की वजह से रिहाई और कई अन्य बुनियादी मांगों को लेकर रायपुर सेंट्रल जेल के कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इन मुद्दों को लेकर बंदियों ने खाना-पीना छोड़ दिया है। भले ही कैदी जेल में बंद हों लेकिन उन्होनें इस हड़ताल की शुरूआत सोशल मीडिया के जरिए की है और फेसबुक पर इसे जेल सत्याग्रह के शुरू किया है। रायपुर सेंट्रल जेल के ढाई हजार से ज्यादा कैदी भूख हड़ताल पर हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले कई सालों से अच्छे व्यवहार की वजह के बावजूद कई कैदियों को रिहाई नहीं दी गई, जिससे सारे कैदी नाराज हो गए हैं। वहीं कैदियों के साथ होने वाले अमानवीय व्यवहार को लेकर भी उनमें ख़ासा आक्रोश है। बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव जेल में है और क्षमता से अधिक कैदी होने से उन्हे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

इधर कैदियों की इस भूख हड़ताल की सूचना मिलने के बाद जेल डीजी गिरधारी नायक खुद सेंट्रल जेल पहुंचे जहां उन्होनें कैदियों से बात करके समझाइश दी, लेकिन उनकी समझाइश का भी कोई असर कैदियों पर नहीं पड़ा। जेल डीजी का कहना है कि कुछ मांगे उनकी जायज हैं लेकिन कैदी मादक पदार्थों की भी मांग कर रहे हैं, जिसे पूरा करना संभव नहीं है। जेल डीजी के मुताबिक उनकी बात मानकर आधे कैदियों ने भोजन कर लिया है लेकिन बाकी अब भी हड़ताल पर बनें हुए हैं।
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