शहीद की मॉं से रिश्वत मांग रही थी भोपाल पुलिस

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल में शौर्य स्मारक के उद्घाटन के ठीक पहले राजधानी पुलिस पर शहीद सैनिक के चोरी गए मेडल को ढूंढने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। मामले का खुलासा होने पर गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह खुद शहीद परिवार से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे हैं।

भोपाल के शाहपुरा इलाके में रहने वाली देवाशीष की मां निर्मला शर्मा ने कहा, "मेरा इकलौता बेटा देवाशीष 26 पंजाब बटालियन में कैप्टन था। वह देश की रक्षा करते हुए ऑपरेशन रक्षक में 10 दिसंबर, 1994 को शहीद हो गया था। उसे 1996 में भारत सरकार ने मरणोपरांत कीर्तिचक्र और जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने वीरता चक्र दिया था।"

निर्मला शर्मा ने बताया, "21 अक्टूबर, 2014 को मेरे घर पर चोरी हुई और चोर अन्य सामान के साथ मेरे बेटे के बलिदान के सम्मान के प्रतीक दोनों पदक भी चुरा ले गए। इसकी रिपोर्ट शाहपुरा थाने में दर्ज कराई गई।" उन्होंने बताया, "पुलिस ने जांच की और कुछ दिन बाद ही घूस मांगी गई। पुलिस वालों ने कहा कि उन्हें कुछ पैसे दे दें, तभी वे पदकों को खोजने के काम को आगे बढ़ा पाएंगे।"

देवाशीष की मां ने कहा, "मैंने पुलिस वालों को घूस देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि ये पदक हमने खरीदे थोड़े थे, ये तो मेरे बेटे के बलिदान की निशानी थे, ये मेरे लिए काफी महत्व रखते हैं। इस पर पुलिस वालों का जवाब था कि अब मामले को खत्म ही समझिए।" 

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