बेतुल। ''सर...मैं बेगुनाह हूं, मुझे माफ करना एवं मेरे परिवार के साथ न्याय करना।'' सुसाइड नोट में इतना लिखकर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मुलताई के मैनेजर सुरेश मालवीय ने आंखों पर पट्टी बांधी और ताप्ती सरोवर में छलांग लगाकर अपनी जान दे दी। ताप्ती सरोवर पर तैनात नगर पालिका के कर्मचारी हेमंत भीसेकर ने गुरुवार की सुबह करीब सवा 11 बजे किसी को सरोवर में छलांग लगाते हुए देखा तो पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस को सरोवर के किनारे एक बैग और चप्पलें मिली। बैग की तलाशी ली गई तो यह खुलासा हुआ कि छलांग लगाने वाले बैंक के मैनेजर सुरेश मालवीय हैं। पुलिस ने गोताखोरों को तलाश में लगाया और करीब 3 घंटे बाद उनकी लाश गहरे पानी से बाहर निकाली गई।
बैग में मिले 2 सुसाइड नोट
बैंक मैनेजर सुरेश मालवीय ने छलांग लगाने से पहले अपना बैग और अपनी चप्पल ताप्ती सरोवर के बीचो-बीच स्थित टीले पर रख दी थी। बैग से पुलिस को दो पत्र मिले हैं। एक पत्र में उन्होंने अपने बच्चों को लिखा है कि मेघा, गुड्डू आप अपनी मम्मी का ध्यान रखना और हिम्मत से काम लेना। वहीं दूसरा पत्र उन्होंने बैंक के जीएम एके हरसोला के नाम लिखा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि वह बेगुनाह हैं और उनके परिवार के साथ न्याय किया जाए। मृतक की तीन बेटियां और एक बेटा है। एक बेटी की शादी हो चुकी है वहीं एकमात्र बेटा कक्षा दसवीं क्लास में पढ़ रहा है। इसके अलावा 2 बेटियां कॉलेज में पढ़ रही हैं।
बस से उतरे और बैंक के बजाय पहुंचे सरोवर
मुलताई के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में पिछले डेढ़ साल से पदस्थ 51 वर्षीय सुरेश मालवीय बैतूल के खंजनपुर में निवास करते थे। रोजाना की तरह सुबह वे घर से बैंक के लिए बस में सवार हुए और मुलताई बस स्टैंड पर उतर गए यहां से बैंक जाने की बजाय वे सीधे ताप्ती सरोवर पहुंचे और कुछ देर वहां बैठने के बाद सरोवर में कूदकर आत्महत्या कर ली।
कहीं पुलिस की दहशत तो नहीं
बैंक मैनेजर ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है उसके पीछे पुलिस की दहशत होने की भी संभावना हो सकती है, हालांकि अभी तक न तो परिजनों ने कोई आरोप लगाया है और न ही कोई प्रमाण सामने आया है। संभावना है कि पुलिस के द्वारा बयान दर्ज करने के लिए संपर्क किया गया होगा और इसी दहशत में सुरेश ने आत्महत्या करने का कदम उठा लिया होगा।
लगाए जा रहे कयास
बैंक मैनेजर द्वारा आत्महत्या करने का कदम उठाने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण मुलताई बैंक में पदस्थ महिला सहकर्मी के द्वारा लगाया गया छेड़छाड़ का कारण हो सकता है। बैंक में वित्तीय साक्षरता समन्वयक के पद पर पदस्थ महिला ने 6 अक्टूबर को अजाक थाना और बैंक के महाप्रबंधक से शिकायत की थी कि बैंक मैनेजर सुरेश मालवीय उनके साथ अभद्रता और छेड़छाड़ करते हैं।
शिकायत पर पीड़िता और उसकी सहेली के बयान दर्ज कर लिए हैं। शुक्रवार को बैंक मैनेजर के बयान दर्ज करने के लिए पुलिस मुलताई जाने वाली थी, इधर सहकारी बैंक के महाप्रबंधक एके हरसोला ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद तत्काल ही महिला को बैंक की मुख्य शाखा में अटैच कर दिया गया था। मामले की जांच की तैयारी की जा रही थी। वहीं टीआई मुलताई सुनील लाटा ने बताया कि परिजनों के बयान के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि खुदकुशी क्यों की गई।