जम्मू। पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के महज तीन दिन बाद ही रविवार रात करीब 6 आतंकवादियों ने बारामूला में 46 राष्ट्रीय राइफल्स और बीएसएफ के कैंपों पर हमला कर दिया। रात साढ़े 10 बजे हुए हमले के दौरान कमांडोज 90 मिनट में दो आतंकियों को मार गिराया गया। हमले में बीएसएफ के एक जवान नितिन शहीद हो गए। पांच जवान घायल हैं।
सिक्युरिटी फोर्सेज की मुस्तैदी के चलते आतंकवादी कैंपों में नहीं घुस पाए। उड़ी हमले के महज 14 दिन के अंदर जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना पर यह दूसरा बड़ा हमला है। बता दें कि इससे पहले 18 सितंबर को उड़ी में आर्मी कैम्प पर हमला हुआ था। इसमें 19 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद 28-29 सितंबर की दरमियानी रात हमारी सेना ने पाक के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक किया और 38 आतंकी मार गिराए थे।
कहां हुआ हमला? किसे बनाया निशाना?
बारामूला में 46 राष्ट्रीय राइफल्स और बीएसएफ के कैंपों पर हमला रविवार रात 10:30 बजे हुआ। राष्ट्रीय राइफल्स की यह यूनिट कश्मीर में काउंटर टेरर ऑपरेशंस को अंजाम देती है। यह कैम्प झेलम नदी के पास मौजूद है। कैम्प के आसपास 3-4 और सिक्युरिटी कैम्प्स हैं। ये कैम्प्स सीआरपीएफ, आर्मी और बीएसएफ के हैं। दो महीने पहले बारामूला में सुसाइड अटैक हुआ था। आतंकी ग्रेनेड फेंककर भाग निकलने में कामयाब हो गए थे। जहां यह कैम्प है, वहां आर्मी के ग्रुप कमांडिंग अॉफिसर का दफ्तर, रिहाइशी इलाके और सरकारी दफ्तर हैं। रविवार और सोमवार की दरमियानी रात 1.20 बजे सेना के सूत्रों ने कहा कि ऑपरेशन खत्म हो गया है। सर्च ऑपरेशन चला। आपरेशन के दौरान सेना ने एक बैग बरामद किया है। बताया जा रहा है कि इसमें ग्रेनेड हैं। इस बैग को छोड़कर भागे हैं। पास की एक नदी में कोई आतंकी गिर गया है। उसे तलाशा जा रहा है।
कैसे हुआ हमला?
रात के वक्त तीन से चार आतंकियों ने कैम्प पर ग्रेनेड फेंके। इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला। भारी गोलीबारी हुई। आतंकी दो गुट में आए थे। उन्होंने पहले एक गेट पर ग्रेनेड फेंके। इसके बाद पास ही मौजूद पार्क के रास्ते जाकर कैम्प पर फायरिंग की।