भोपाल। आयकर विभाग के सामने 40 करोड़ की काली कमाई सरेंडर करने वाले Ramani Group के मालिक Vijay ramani अंतत: आयकर विभाग के सामने पेश हो ही गए। मंगलवार को सुबह 11 बजे आयकर आॅफिस में उनसे पूछताछ शुरू हुई जो लगातार 8 घंटे तक चली। फिलहाल उन्होंने यह भी नहीं बताया है कि आयकर छापे के दौरान वो कहां छुपे हुए थे परंतु कई संदिग्ध दस्तावेजों पर पूछताछ की गई।
मालूम हो कि छापों के दौरान परिजनों ने उनके देश से बाहर होने की बात कही थी हालांकि बाद में यह पता चला कि वो यहीं है। इसके अलावा अधिकारियों ने विजय से उन बिजनेस के बारे में भी अभी जानकारी देने को कहा जिसकी जानकारी उन्होंने अब तक सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन आमदनी हो रही है।
बताया जा रहा है कि लगातार चली पूछताछ के दौरान लंच में विजय रामानी ने घर जाने की बात कही, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें मना कर दिया। अधिकारियों ने विजय को स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें जब भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा उन्हें आना पड़ेगा।
16 हुई लॉकर की संख्या
आयकर अधिकारियों ने बताया कि रामानी व उनके बिजनेस पार्टनर सिंह के पास मिले लॉकर्स की संख्या 16 तक पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि दस्तावेजों के स्क्रूटनी व लॉकर को खोले जाने के बाद टैक्स चोरी की राशि और बढ़ सकती है।
मेरे पास नहीं काला धन: रामानी
पूछताछ के बाद जब विजय रामानी आयकर कार्यालय से बाहर आए और कहा कि मेरे पास काला धन नहीं है। यह पूछे जाने पर कि छापे के बाद वे कहां गायब हो गए थे, उन्होंने कहा कि वे दिल्ली में थे। उन्होंने आयकर के छापे को रूटीन कार्रवाई बताई और कहा कानूनी रूप से मैं सही हूं। पिछले कुछ सालों में कारोबार में तेजी से वृद्दि होने के आयकर के दावों पर उन्होंने कहा कि बिजनेस बढ़ता है उसमें गलत कहां है। विजय के अनुसार आयकर विभाग ने उन्हें गुरुवार को दोबारा बुलवाया है और वे जांच में सहयोग कर रहे हैं।