भोपाल। मप्र के वनविभाग में जंगलराज तो लंबे समय से जारी है लेकिन अब वहां सीएम शिवराज सिंह चौहान की भी कोई हैसियत नहीं रह गई, यह आज पता चल रहा है। जब PCCF ने बिना सीएम की मंजूरी लिए बिना ही 40 से ज्यादा रेंजरों की तबादला सूची जारी कर दी। जबकि नई स्थानांतरण नीति के अनुसार यह लिस्ट पहले सीएम की टेबल पर जाना चाहिए थी।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख डॉ.अनिमेष शुक्ला ने अपने हस्ताक्षर से 40 से अधिक वनपालों की तबादला सूची जारी करके नई स्थानांतरण नीति को ताक पर रख दिया है। पीसीसीएफ ने 31 अगस्त को चार अलग-अलग आदेश जारी किये हैं।
राज्य शासन ने स्पष्ट किया है कि विभागीय तौर पर एक जिले से दूसरे जिले में तबादला सूची जारी करने के पहले सीएम समन्वय से मंजूरी लेना होगी लेकिन रेंजरों की तबादला सूची को समन्वय में भेजने के संबंध में मप्र शासन वन विभाग के अधिकारी अनभिज्ञ हैं। पीसीसीएफ शुक्ला से संपर्क करने कई बार प्रयास किये लेकिन वे प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हुए।