नई दिल्ली। 'मन की बात' से जनता को रेडियो के नजदीक लाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ 'रेडियो वॉर' शुरू कर दिया है। भारत सरकार की आॅल इंडिया रेडियो सर्विस पर लगातार इस तरह की सामग्री परोसी जा रही है कि पाकिस्तान में नवाज शरीफ अलग थलग पड़ जाए और जेहाद के नाम पर आतंकवादियों की भ्रमित करने वाली कोशिशों से पाकिस्तानियों को बचाया जा सके।
पाकिस्तानी श्रोताओं के लिए ऑल इंडिया रेडियो इस मैसेज को प्रमुखता से प्रसारित कर रहा है कि 'धर्म और आतंकवाद किसी देश के लिए स्टेट पॉलिसी नहीं हो सकते।' रेडियो संदेशों के जरिए भारत अपने संदेशों को बलूच लोगों तक पहुंचाने की भी कोशिश कर रही है। ऑल रेडियो की शॉर्ट वेव सर्विस के जरिये कुरान के शांति संदेशों को भी प्रसारित किया जा रहा है। एआईआर से प्रसारित हर बुलेटिन में कहा जा रहा है कि 'इस्लामिक कोड में आतंक की कोई जगह नहीं है।' 'कुरान में गैर लड़ाके मासूम बच्चों की हत्या की मनाही है।'
इस संदेश को एआईआर ने अपने दो बुलेटिन में प्रसारित किया। इनमें कहा गया है कि आतंकवाद हर हत्या से ऊपर है और कुरान में किसी भी तरह की हत्या की मनाही है। इसलिए जो लोग इस्लाम के नाम पर आतंक को बढ़ावा दे रहे हैं, वे गलत कर रहे हैं।
भारत का यह रेडियो युद्ध सीधे तौर पर राजनीतिक है। एआईआर की विदेश सर्विस के एक बुलेटिन में पाकिस्तानी के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 'कमजोर नेता' बताया गया। गौरतलब है कि हाल ही में उन्होंने कश्मीर और बुरहान का जिक्र अपने यूएन भाषण में किया था।
इसके बाद इस तरह के संदेश रेडियो के जरिये दिए जा रहे हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ आतंकवाद को सही ठहराने के लिए गलत तरीके से धर्म का सहारा ले रहे हैं। प्रसार भारती के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'इस समय कंटेंट को लेकर बहुत ज्यादा प्लानिंग है। हम अपने श्रोताओं तक सीधा और कठोर संदेश पहुंचाना चाहते हैं।'