होटल में क्लर्क के साथ आपत्तिजनक स्थिति में मिले कॉलेज प्रोफेसर

फतेहाबाद। पुलिस ने गत दिवस शहर के एक प्रमुख होटल में रेड की तो वहां जो खेल खेला जा रहा था उसे जानकर सब दंग रह गए। दरअसल, होटल कथित रूप से हवस मिटाने वालों का अड्डा बना हुआ था। पुलिस ने होटल के कमरे से तीन जोड़ों को पकड़ा। हालांकि पुलिस उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज करती, उससे पहले ही लड़कियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

बताया जा रहा है कि पकड़े गए युवकों में एक कालेज में प्रोफेसर के पद पर तैनात व्यक्ति भी शामिल है। तीनों लड़कियां भी उसी के कालेज में क्लर्क का काम करती थीं।पुलिस ने जब होटल में रेड डाली तो उसके कमरा नंबर 101, 102 व 108 अंदर से बंद थे। पुलिस ने दरवाजा खटखटाया तो अंदर मौजूद लोग घबरा गए। बताया गया है कि पुलिस टीम होटल के एक कमरे को खुलवा कर अंदर घुसी तो कमरे में मौजूद लगभग 20 वर्षीय एक युवती कमरे में बैड के पीछे छिप गई।

महिला पुलिस लड़की को धक्के मारकर बाहर लाई। इसके बाद पुलिस होटल के दूसरे कमरे की तरफ बढ़ी। वहां एक युवक मौजूद था। पुलिस ने थोड़ी और तहकीकात की तो वहां बाथरूथ में एक युवती दिखी। पुलिस को देखते ही उसने बाथरूम का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया। पुलिस को उसे बाहर निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

होटल के एक अन्य कमरे में लगभग 45 वर्षीय प्रोफेसर 22 वर्षीय युवती जो कि उसी के कालेज में क्लर्क थी के साथ आपत्तिजनक अवस्था में मिला। एसपी ओमप्रकाश नरवाल ने बताया कि महिला पुलिस ने जिला फतेहाबाद के होटलों में सर्च अभियान चलाया गया है। सर्च अभियान के हिसार रोड स्थित होटल मे तीन लड़के व तीन लड़कियों को होटल से काबू किया गया। पुलिस ने इस मामले में महिला थाने में 294,120 बी आइपीसी के तहत मामला दर्ज किया है।

इसलिए विवादों में पुलिस
लड़के व लड़कियों को होटल से पकड़ा गया है, उन पर केस दर्ज होने से पहले पहचान उजागर कर दी गई। उनके फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गए। खबरें यही फैल गई कि वेश्यावृत्ति करते पकड़ा गया है। ऐसे में यदि उन पर जुर्म साबित नहीं होता तो समाज में हुई बदनामी व मानसिक पीड़ा की भरपाई कौन करेगा। अधिवक्ता एसएस महरोक कहते हैं होटल के कमरे में ठहरना अपराध नहीं है। यदि यह अपराध है तो होटलों को ही अवैध करार दिया जाना चाहिए।

ये है होटलों का सच
शहर में होटलों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जबकि ग्राहक बहुत कम है। यहां न तो उद्योग है और न ही रेलवे स्टेशन। इसके बावजूद बीस से ज्यादा होटल चल रहे हैं। सच तो ये है इन होटलों में सिर्फ प्रेमी जोड़े आकर रुकते हैं। एक से दो घंटे तक प्रेमी जोड़े कमरा लेकर रुकते हैं, एवज में होटल संचालक एक हजार रुपये लेते हैं। इसके अलावा होटल मालिक शराब तक मुहैया करवाते हैं। यही इनकी आमदनी का जरिया है। पुलिस होटलों का रिकॉर्ड तक चेक नहीं करती। इसकी वजह ये है कि यही होटल संचालक पुलिस की सेवा में कसर नहीं छोड़ते।

अधिकारी जवाब देने से बचते रहे
महिला थाना प्रभारी पुष्पा सिहाग ने कहा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होनी चाहिए, इस पर विचार किया जा रहा है। थोड़ी ही देर तक मामला दर्ज कर लिया जाएगा। इसके बाद पुलिस प्रवक्ता खुद ही बता देंगे कि इस मामले में क्या कार्रवाई की गई है।

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