भोपाल। मप्र में एक विभाग था 'मप्र राज्य परिवहन निगम' लोग उसे रोडवेज भी बोलते थे। इस विभाग में भ्रष्टाचार, मक्कारी, लापरवाही, नाफरमानी के ऐसे ऐसे रिकॉर्ड बने कि सरकार को विभाग ही बंद करना पड़ा। पिछले कुछ समय से प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड में भी ऐसा ही हो रहा है। नाम बदल गया लेकिन ढर्रा नहीं बदला। बदलेगा भी कैसे, कर्मचारी तो वही हैं। परीक्षाएं आॅनलाइन करा रहे हैं, नियम निर्देश आॅफलाइन के जारी कर रहे हैं। पता नहीं किस जुगाड़ में सारा दिन बिता देते हैं व्यापमं के कर्मचारी।
मामला एसआई पुलिस भर्ती परीक्षा का है। अब पीईबी की ऑनलाइन परीक्षा कंप्यूटर के माध्यम से होती है। इसमें परीक्षा केंद्र पर जब परीक्षार्थी पहुंचता है तो उसे लॉगिन और पासवर्ड दिया जाता है। इसके माध्यम से उसकी कंप्यूटर स्क्रीन पर पेपर खुल जाता है, जिसे कंप्यूटर पर ही हल किया जाता है।
इसमें अब छात्रों को न तो उत्तर पुस्तिका दी जाती है और न ही प्रश्न पुस्तिका की जरूरत होती है। इसके बाद भी पीईबी ने अपनी नियम पुस्तिकाओं में इनका जिक्र किया है। इससे छात्र नियम पुस्तिका पढ़ने के बाद कई बार कंफ्यूज हो जाते हैं कि परीक्षा ऑनलाइन है या ऑफलाइन हो रही है।
यह है गड़बड़ी
नियम पुस्तिका अनुचित साधन संबंधी निर्देशों में लिखा गया है कि उत्तर पुस्तिका, प्रश्न पुस्तिका की अदला-बदली नहीं कर सकते।
परीक्षार्थी उत्तर पुस्तिका, प्रश्न पुस्तिका से नकल नहीं कर सकते।
परीक्षार्थी एग्जाम में व्हाइटनर का उपयोग नहीं कर सकते।
अब कौन बताए इन महानुभावनों को कि ऑनलाइन परीक्षा में आंसर शीट, प्रश्न पुस्तिका, व्हाइटनर जैसी कोई चीज ही नहीं होती।