भोपाल। 6 सितंबर को खाद्य मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे द्वारा सरेआम मंच से sdm, तहसीलदार, बिजली अधिकारी, पटवारी और बैंक मैनेजर के खिलाफ प्रयोग की गई अभद्र भाषा और गाली-गलौज का पुरजोर विरोध करते हुए एक निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है। मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा संघ के कार्यालय आकांक्षा भवन भोपाल में निंदा प्रस्ताव के साथ ही तीन अन्य प्रस्ताव पारित किए गए जिसमें पहला प्रस्ताव श्री ओम प्रकाश धुर्वे खाद्य मंत्री के विरुद्ध fir दर्ज कराने, घटना का पुरजोर विरोध करने तथा मुख्यमंत्री से मांग कर प्रदेश के मंत्रियों विधायकों के लिए आदर्श आचार संहिता बनाने संबंधी प्रस्ताव पारित हुए हैं।
बैठक में यह भी तय किया गया कि 6 तारीख को प्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने जो प्रदेश व्यापी तहसील और कलेक्टर कार्यलयों में काम बंद का आव्हान किया है उसमें sdm और अन्य राजस्व अधिकारी भी सम्मिलित होंगे। साथ ही प्रदेश के सभी अधिकारी कर्मचारी संगठन मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के घटक संगठन इस पूरे आंदोलन का समर्थन करते हुए मंत्रालय भोपाल पर प्रदर्शन करेंगे।
बैठक में प्रमुख रूप से संयुक्त मोर्चा के संयोजक भुवनेश पटेल, वीरेंदर घोंगल मोर्चा के उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी संयुक्त सचिव लक्ष्मी नारायण शर्मा, मोहन चंदेल, विजय रायकवार राज्य प्रशासनिक सेवा के अध्यक्ष जीपी माली, संघ के महासचिव मल्लिका निगम नगर शील दाहिमा, विनोद चतुर्वेदी, पी एस त्रिपाठी तहसीलदार संघ के प्रदेश अध्यक्ष भुवन गुप्ता, नगर पालिका अधिकारी कर्मचारी संघ के श्री सोलंकी सहित बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।