मंडला। 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के अवसर पर जिला योजना भवन में जहां शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन चल रहा था। वहीं राज्य अध्यापक संघ के पदाधिकारी एक अध्यापक की विधवा को न्याय दिलाने संर्घष करते रहे। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते जैसे ही योजना भवन में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में प्रवेश करने हेतु अपने वाहन से नीचे उतरे बड़ी संख्या में एकत्रित अध्यापकों ने मंत्री जी को घेर लिया।
मंत्री जी व्यस्तता का हवाला देते हुये बात को टालनी चाही तो अध्यापकों को अपनी बात रखने के लिये भारी मशक्कत करनी पड़ी। अध्यापकों ने मंत्री जी से आग्रह किया कि वे केन्द्र सरकार में मंत्री हैं और केन्द्र सरकार से चर्चा कर अध्यापकों की अनुकम्पा नियुक्ति प्रकरण में बीएड/डीएड और पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण की छूट कराने की पहल करें जब तक अध्यापक की विधवा को राहत नहीं मिल जाती तब तक उसे कलेक्टर रेट पर भृत्य के काम पर रख लिया जायें।
अध्यापकों ने मंत्री जी से यह तक कहा कि हमने तो पीडि़त को एक लाख की सहायता दे दी है आप कम से कम सरकार से उसे 10 लाख दिलवा दें। मंत्री जी ने आश्वासन दिया कि वे नियमों में बदलाव के लिये प्रयास करेंगें। अध्यापक मंत्री जी के आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुुये और मंत्री जी के एवं अधिकारियों के बार बार कहने पर भी शिक्षक सम्मान समारोह में सम्मलित नहीं हुये।
मौके पर राज्य अध्यापक संघ के डी.के.सिंगौर संजीव सोनी, नंदकिशोर कटारे ,मोहनिस खान ब्रजेश तिवारी,उमेश यादव, अजय मरावी, के के चौहान, राकेश जायसवाल, गौरव अग्रवाल,एम.सी कुंजाम मंशाराम झारिया, सुनील नामदेव प्रकाश सिंगौर,सुरेन्द्र कुमार उइके, जितेश्वर गौतम, दिनेश नगपुरे राहुल गनवीर अमर सिंह दिलीप मरावी, भगवानदास यादव,चंद्रशेखर तिवारी,डिबरिया,ब्रजेश डोंगसरे, अवधेश पाण्डे आदि उपस्थि थे।