जिस फ्रॉड तक साइबर पुलिस नहीं पहुंच पाई, उसे हाउस वाइफ ने ढूंढ निकाला

भोपाल। तमाम कानूनी ताकत और सुविधाओं के बावजूद भोपाल पुलिस की साइबर सेल जिस फ्रॉड का अता पता तक नहीं लगा पाई, उसे एक हाउस वाइफ ने ढूंढ निकाला। यह मामला प्रमाणित करता है कि भोपाल की साइबर पुलिस मामलों को टालने वाला रवैया रखती है। 

अवधपुरी निवासी सुषमा पाठक से एक जालसाज ने गत छह सितंबर को एटीएम का ओटीपी नंबर पूछा, फिर उनके खाते आठ हजार रुपए अलग-अलग तरीकों से पेटीएम की जरिए निकाल लिए थे। उनका सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की जेल रोड स्थित शाखा में खाता है। सुषमा ने इसकी शिकायत तत्काल सायबर सेल भोपाल और बैंक प्रबंधन से की थी, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया। इसके बाद उन्होंने खुद ही अपने खाते की जानकारी एकत्रित करना शुरू की।

इस दौरान सामने आया कि उनके खाते से पेटीएम के जरिए सात बार में यह राशि निकाली गई। जिसे पश्चिम बंगाल के वर्धमानपुर में एसबीआई के खाते में जमा कराया गया है। यह खाता किसी सलामुद्दीन के नाम है। इसके बाद पीड़िता ने वर्धमानपुर के एसपी के अलावा स्थानीय शाखा के मैनेजर से भी इसकी शिकायत की। उन्होंने खाते और आरोपी की पूरी जानकारी सायबर सेल को भी दी है।

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