भोपाल। दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ ये तीनों मप्र कांग्रेस के ऐसे दिग्गज हैं जिनके एकजुट हो जाने का सबसे ज्यादा लाभ मप्र कांग्रेस कमेटी को मिलेगा लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव अपनी बीन अलग ही बजाते रहते हैं। उन्हें पता ही नहीं होता कि ये तीनों नेता मप्र में कब, कहां और क्या करने वाले हैं। अपनी तरफ से कोई कम्प्यूनिकेशन नहीं रखते, उम्मीद करते हैं कि दिग्गजों की ओर से सूचनाएं भेजी जाएं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चंबल संभाग में 28 सितंबर से 13 अक्टूबर तक बैठकें और रैली करने वाले हैं, लेकिन इससे प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव बेखबर हैं। सिंधिया का दौरा और प्रदेश संगठन की बेरूखी का ये पहला वाक्या नहीं है। पहले भी दिग्गजों के बीच की दूरियां दिखती रही हैं।
वे 28 सितंबर से अशोक नगर, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी और भिंड जिले के दौरे पर जाएंगे, जहां वह कार्यकर्ताओं से मुलाकात औऱ रैली निकालेंगे। वे यहां 13 अक्टूबर तक रहेंगे। केवल दो दिन 8 और 12 अक्टूबर को इंदौर व दिल्ली में रहेंगे। अशोक नगर, गुना और शिवपुरी तो सिंधिया के संसदीय क्षेत्र में आते हैं। भिंड और ग्वालियर उनके संसदीय क्षेत्र का हिस्सा नहीं हैं मगर ये जिले उनके प्रभाव क्षेत्र वाले हैं। भिंड में सिंधिया रैली से इस दौरे का समापन करेंगे।
जिला इकाईयों को पूरे कार्यक्रम की जानकारी है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को कुछ पता नहीं है। अशोक नगर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गजराज सिंह यादव और गुना जिला कांग्रेस अध्यक्ष योगेंद्र लुंबा ने बताया कि उन्हें सिंधिया के प्रोग्राम की तारीख की जानकारी मिल चुकी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव का कहना है कि उन्हें सिंधिया के 28 सितंबर से क्षेत्र में होने वाले प्रोग्राम की जानकारी अभी नहीं आई है।