भोपाल। पूरे देश में डेंगू-चिकनगुनिया का प्रकोप जारी है। दिल्ली में पूरी सरकार अलर्ट है। अकेले भोपाल के सरकारी अस्पतालों में 5 मरीजों की मौत हो चुकी है और स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह को इस बारे में कुछ खास जानकारी ही नहीं। वो अब तक 1 मौत के आंकड़े पर ही अटके हुए हैं। रुस्तम सिंह संडे को प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में बोल रहे थे।
भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 14 अगस्त को होशंगाबाद की एक महिला की मौत हुई थी। इसके बाद 25 अगस्त को हमीदिया अस्पताल में सागर की एक महिला की मौत हो चुकी है। 7 सितंबर को नरसिंहपुर की एक बच्ची व राजगढ़ के एक बच्चे की मौत हमीदिया में हुई। शुक्रवार को एक निजी अस्पताल में 25 साल के युवक ने डेंगू से दम तोड़ दिया। पूरे प्रदेश में इस साल डेंगू के 435 मामले सामने आए हैं।
भोपाल में 92 मरीज मिले हैं। जुलाई से अब तक 73 हैं। इसमें आधे मरीज सितंबर के हैं। स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम ने रोकथाम के उपाय तेज नहीं किए तो 2014 जैसे हालात बन सकते हैं। 2014 में सितंबर में 90 मरीज मिले थे, जबकि अक्टूबर में यह आंकड़ा 274 हो गया था। जुलाई से दिसंबर तक 706 मरीज मिले थे, इनमें 14 की मौत हुई थी। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने सिर्फ 5 मौतों की पुष्टि की थी।