भोपाल। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने भोपाल में आयोजित महासम्मेलन के बाद ऐलान किया है कि मप्र के 5 लाख नाराज कर्मचारी सरकार के खिलाफ अब सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। 35 सूत्रीय मांगों के लिए आंदोलन 5 अक्टूबर से शुरू होगा और 21 अक्टूबर को राजधानी में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष ओपी कटियार ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी कर रही है। प्रदेश के 50 फीसदी कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों के लिए सातवें वेतनमान की घोषणा तो कर दी गई हैं, लेकिन अध्यापकों के लिए अभी तक छठवें वेतनमान का विसंगतिरहित गणनापत्रक जारी नहीं किया गया है।
कर्मचारी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग स्टाफ एएनएम और महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल के स्थान पर 60 साल कर दी है। उन्हें जबरन रिटायर किया जा रहा है। संविदाकर्मियों को भी सेवाओं से पृथक किया जा रहा है। सरकार की इन्ही दोषपूर्ण नीतियों के खिलाफ तृतीयवर्ग कर्मचारी संघ 5 अक्टूबर को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगा और 21 अक्टूबर को प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।