नई दिल्ली। इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर मात्र 4 घंटे में 40 लाशें गिरा दीं। इनमें से 38 आतंकवादियों की हैं जबकि 2 पाकिस्तानी सेना के सिपाही हैं जो आतंकियों को बचाने के लिए आए थे। हमले में पाकिस्तान के 7 आतंकी शिविरों को तबाह कर दिया गया। इंडियन आर्मी हमला करते हुए 2 किलोमीटर भीतर तक घुस गई थी। इंडिया के हमले से घबराकर आतंकियों को बचाने आई पाकिस्तानी सेना की टुकड़ी वापस भाग गई। जब सबकुछ तबाह हो गया तो इंडियम आर्मी वापस लौट आई।
भारतीय सेना ने पहली बार लाइन ऑफ कंट्रोल पार की। सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसी और कई आतंकी कैंपो को तबाह कर दिया। बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात 12.30 बजे यह ऑपरेशन शुरू हुआ जो 4 घंटे चला। सूत्रों के मुताबिक 5 से 7 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया है। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना पीओके में 2 किलोमीटर अंदर तक घुस गई।
इंडियन आर्मी के पैरा कमांडोज ने एलओसी पारकर इसे अंजाम दिया। एयरफोर्स की मदद नहीं ली गई। सिर्फ पैराकमांडो शामिल थे जिन्हें एलओसी तक हेलिकॉप्टरों के जरिए पहुंचाया गया। ऑपरेशन को बारामूला, राजौरी और कुपवाड़ा में तैनात सेना की 19, 25 और 28 डिविज़न्स के जवानों ने अंजाम दिया है। पाकिस्तान इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन्स ने माना कि भारत ने एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ भिम्बेर, हॉटस्प्रिंग, केल और लिपा सेक्टर में हमला किया।
बताया जा रहा है कि भारतीय कमांडोज का जवाब देने पाक आर्मी आगे आई लेकिन काउंटर ऑपरेशन में पाक के भी दो सैनिक मारे गए। डीजीएमओ रणवीर सिंह ने कहा, ''कल बहुत ही भरोसेमंद और पक्की जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकी एलओसी के साथ लॉन्च पैड्स के अंदर इकट्ठा हुए हैं। वे इस इरादे के साथ इकट्ठा हुए थे कि घुसपैठ कर सीमा के इस तरफ जम्मू-कश्मीर के अंदर या भारत के अहम शहरों में आतंकी हमले कर सकें।’’
डीजीएमओ ने कहा, ‘‘यह खबर मिलने के बाद भारतीय सेना ने कल रात आतंकियों के लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक किए। इसका मकसद आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करना था जो हमारे देश के लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे। भारत ने पाकिस्तान की आर्मी के साथ सर्जिकल आटैक की जानकारी शेयर की है। PM नरेंद्र मोदी ने सर्जिकल अटैक के बारे में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी,उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जानकारी दी।