खरगोन। कलेक्टर आॅफिस में चल रही जनसुनवाई में आज 3 बैल खुद उपस्थित हुए। तीनों बीमार हैं। वो इलाज कराने के लिए पशु चिकित्सालय आए थे परंतु वहां बैलों को दवाएं नहीं दी गईं। बैलों के पास उनके पालक किसान भी थे। कुकडोल गांव निवासी किसान ध्यानसिंह और अनारसिंह के बैलों को कुत्ते ने काट लिया था। दोनों पशु चिकित्सालय में अपने तीन बीमार बैलों को लेकर पहुंचे थे लेकिन वहां मौजूद डॉक्टर ने उन्हें बाहर से इंजेक्शन और दवा लाने की बात कहकर भगा दिया।
नाराज किसान सीधे कलेक्टर की जनसुनवाई में जा पहुंचे और लोगों की लाइन में अपने बैलों को भी खड़ा कर दिया। बैलों को देख जनसुनवाई में मौजूद सभी लोग हैरान दिखे। कलेक्टर आशोक कुमार वर्मा भगवानपुरा में जनसुनवाई को लेकर दौरे पर हैं, जिससे उनकी जगह तहसीलदार आशीष खरे समस्याएं सुन रहे थे। तहसीलदार ने जैसे ही ये नजारा देखा तो वो खुद किसानों के पास आवेदन लेने पहुंच गए।
किसानों ने शिकायत की कि वो सुबह 6 बजे से भूखे प्यासे पैदल चलकर अपने बैलों के साथ चिकित्सालय इलाज करवाने पहुंचे थे, लेकिन उपचार नहीं किया गया। शिकायत सुनने के बाद तहसीलदार आशीष खरे ने पशु उपसंचालक से बात कर किसानों को समझा बुझाकर पशु चिकित्सालय भेजा। तहसीलदार का कहना है कि पूरे मामले की जांच होगी और लापरवाही सामने आने पर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।