पर्यटन: मध्यप्रदेश, भारत के TOP-10 राज्यों में भी नहीं

भोपाल। मप्र पर्यटन विकास निगम (madhya pradesh tourism) अपने महंगे विज्ञापन अभियानों और तमाम दूसरी चीजों पर दिल खोलकर पैसे खर्च कर रहा है लेकिन इसका कोई खास असर नजर नहीं आ रहा है। दुनिया भर में मध्यप्रदेश के पर्यटक स्थलों का प्रचार करने के बावजूद मप्र, भारत के टॉप 10 पर्यटक राज्यों की लिस्ट में शामिल नहीं हो पाया है। यह लिस्ट केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से 2015 के आंकड़ों के आधार पर जारी की गई है। 

रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में विदेशी सैलानियों को सबसे ज्यादा आकर्षित करने में तमिलनाडु राज्य सफल रहा। तमिलनाडु में अप्रैल 2015 से जून 2016 तक कुल 46.8 लाख पर्यटक पहुंचे। सूची में 44.1 लाख पर्यटकों के साथ महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है जबकि ताज महल जैसा 7वां अजूबा रखने वाला उत्तरप्रदेश तीसरे स्थान पर है। यह रिपोर्ट केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की इकाई मार्केट रिसर्च डिविजन द्वारा हर साल तैयार की जाती है।

मप्र के इन पर्यटन स्थलों पर आते है विदेशी पर्यटक
झीलो की नगरी भोपाल, कान्हा किसली, खजुराहो, ओरछा, भोजपुर, ओंकारेश्वर, सांची, पचमढ़ी, भीमेबेठिका, चित्रकूट, मैहर, बांधवगढ़, उज्जैन आदि प्रमुख पर्यटन स्थल है जहां विदेशी सहित घरेलू पर्यटक आना पसंद करते है।

हमारे लिए चिंता का विषय: पटवा
पर्यटन राज्यमंत्री मप्र सुरेन्द्र पटवा कहते हैं कि मप्र में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए विभाग प्रयासरत है। केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय भी इस दिशा में काम कर रहा है, 1-2 सितंबर को ब्रिक्स देशों के पर्यटन मंत्रियों का सम्मेलन बुलाने के पीछे भी यही उद्देश्य है। विदेशी सैलानियों के मामले में टॉप टेन राज्यों में मप्र का नाम न होना हमारे लिए चिंता का विषय भी है।

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