मप्र में शिवराज सरकार के खिलाफ विरोध की लहर: RSS का सर्वे

भोपाल। सरकार आत्मुग्ध है लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक सर्वे ने उसे झकझोरकर जगा दिया है। मप्र में शिवराज सरकार के खिलाफ विरोध की लहर चल रही है। ठीक वैसी ही जैसी कभी दिग्विजय सिंह सरकार के खिलाफ चल रही थी। संघ ने इसे गंभीर चेतावनी माना है। देखना यह होगा कि क्या सीएम शिवराज सिंह चौहान भी आत्ममुग्धता से बाहर आ पाएंगे। 

भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारियों, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और अनुषांगिक संगठन की दो दिन चली बैठक में 'पार्टी की छवि' की चिंता छाई रही।एक सर्वे में ये सामने आया है कि प्रदेश में सरकार के खिलाफ एंटी इंकमबेंसी बढ़ रही है, जिसे बैठक में समय रहते रोकने की हिदायत दी गई। आरएसएस ने खुद प्रदेश में एक सर्वे करवाया था, जिसमें ये पाया गया कि अब रुख भाजपा के खिलाफ होने लगा है। इस मुद्दे पर बैठक में पार्टी के विरुद्ध बनते माहौल को समय रहते रोकने की बात कही गई।

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि अंत्योदय और सामाजिक समरसता पर जोर दिया जाएगा। पार्टी, संघ और सामाजिक संगठन मिलकर पं. दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. अंबेडकर, गोविंद सिंह व नानाजी देशमुख की जयंती मनाई जाएगी। साथ ही दो अक्टूबर को गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन मनाया जाएगा।

गरीबों और दलितों पर फोकस 
सूत्रों का कहना है कि संघ ने भाजपा से गरीबों और दलितों के लिए अभियान चलाने को कहा है। ये ऐसे दो बड़े वर्ग हैं, जो जनाधार बढ़ाने में सहायक हैं। इस अभियान में अनुषांगिक संगठन भी भाजपा का साथ देंगे। संघ को लगता है कि इसी रास्ते से चौथी बार सत्ता में आया जा सकता है। 

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