हालात ने हरा दिया था, दोस्ती ने जिताया: MPPSC TOPPER की कहानी

भोपाल। यह छतरपुर के छोटे से कस्बे बड़ामल्हरा निवासी उस युवक की कहानी है जिसे हालात ने जिंदगी जंग ही हरा दिया था। वो पढ़ाई छोड़ चुका था परंतु दोस्तों ने मदद की। कॉलेज में एडमिशन दिलाया और इसके बाद सतीश राय ने जो सफलता की दौड़ शुरू की तो अभी तक खत्म नहीं हुई। एमपीपीएससी टॉप करना  उस दौड़ का एक मोड़ भर है। वो तो आईएएस बनने निकला है। 

सतीश राय ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत छतरपुर के छोटे से कस्बे बड़ामलहरा में रहकर की। पढ़ाई के दौरान उनके परिवार में आर्थिक संकट आया जिससे उन्हें मजबूरन अपने पढ़ाई छोड़ देनी पड़ी। इस बीच उनके दोस्तों ने उनका हमेशा साथ दिया और उनके हौसला अफजाई के बाद सतीश ने छतरपुर आकर महाराजा कॉलेज में अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की। इस बीच वो बैंक की परीक्षा की भी तैयारी करते रहे और पहले ही प्रयास में उन्होंने परीक्षा पास करते हुए स्टेट बैंक में असिस्टेंट मैनेजर की नौकरी हासिल कर ली।

इसके बाद मानो कामयाबी की झड़ी लग गई। मेहनती सतीश का एक के बाद एक अच्छे पदों पर सिलेक्शन होता गया। बैंक में चुनाव के बाद उनका चयन मानव संसाधन मंत्रालय दिल्ली में बतौर सहायक अनुविभागीय अधिकारी के रूप में हुआ। एक साल बाद ही उन्हें आयकर विभाग में इनकम टैक्स इंस्पेक्टर का पद मिल गया।

इस पद को संभालते हुए भी सतीश ने पढ़ाई जारी रखी और उन्होंने अब एमपीपीएससी की परीक्षा पास कर मध्यप्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए अपने कस्बे और जिले का नाम रोशन किया है। उनकी इस सफलता से उनका परिवार बेहद खुश है और अपने बेटे पर गर्व महसूस कर रहा है। सतीश का सपना आईएएस बनने का है, इसके लिए भी वो दिन रात मेहनत कर रहे हैं। परिजनों का पूरा विश्वास है कि सतीश जल्द ही आईएएस बनकर अपना ये सपना भी पूरा कर लेंगे।

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