रायसेन। राजधानी में 6 अगस्त को सराफा व्यापारी के यहां हुई दिन-दहाड़े के मामले में पुलिस ने पूरे गिरोह को दबोच लिया है। इस गिरोह का सरगना सीएमओ बैरसिया वीरेन्द्र चक्रवर्ती का बेटा निकला। इतना ही नहीं गिरोह के सारे बदमाश हाई प्रोफाइल फैमली से जुड़े हुए हैं। शिशिर के पिता कमलेश बहादुर शिक्षक हैं। कुलदीप के पिता कानूनगो भी रायसेन में ही पोस्टेड हैं। सभी बदमाश लक्झरी लाइफ के लिए डकैतियां प्लान किया करते थे।
यह है मामला..
भोपाल रोड पर न्यू बस स्टैंड पर रहने वाले सराफा व्यापारी वीरेंद्र सिंह पवैया के घर में शनिवार को लूट की वारदात हुई थी। वारदात के दौरान उनकी बहू स्वाती जैन ने समझदारी दिखाकर शोर मचा दिया था, जिससे वारदात को अंजाम देने के लिए आए युवकों में से एक युवक को लोगों ने पकड़ लिया था। जब इस युवक को थाने लाकर पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो उसने अपना नाम शैंलेंद्र यादव निवासी ग्राम जिगनी थाना माता बसैया जिला मुरैना हाल श्रीराम नगर होशंगाबाद का रहना बताया। साथ ही उसने रायसेन के नितिन चक्रवर्ती और आयुष राठौर का भी नाम लिया, जिनके कहने पर वह सराफा व्यापारी के घर पर अपने तीन साथी आकाश ऊर्फ डाबर अग्रवाल, राकेश मरकाम और गुडडू के साथ घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की। इस खुलासे के बाद पुलिस ने एक-एक करके शहर के छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
इन सात लोगों को किया गिरफ्तार
अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक राम सनेही मिश्रा ने मीडिया को बताया कि लूट के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मास्टर माइंड नितिन चक्रवर्ती पुत्र वीरेंद्र चक्रवर्ती नवाबपुर, शिशिर ठाकुर पुत्र कमलेश बहादुर मुखर्जीनगर, कुलदीप दहिमा, राकेश मालवीय पुत्र खुशीलाल मालवीय पुलिस लाइन, रीतेश चक्रवर्ती पुत्र डीपी चक्रवर्ती मुखर्जीनगर, शैलेंद्र यादव निवासी श्रीराम नगर होशंगाबाद और आयुष राठौर पुत्र पवन राठौर निवासी भोपाल रोड को गिरफ्तार किया है।