भोपाल। शिवराज सरकार ने मप्र के 13 कलेक्टर बदल दिए। इनमें से 2 कलेक्टर ऐसे हैं जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। इत्तेफाक से दोनों के नाम राजीव हैं। एक हैं शिवपुरी कलेक्टर राजीव दुबे जिनके तबादले की खुशियां मनाई जा रहीं हैं और दूसरे हैं शाजापुर कलेक्टर राजीव शर्मा जिनके तबादले से जनता नाराज है। दोनों मामलों में जनता की भावनाएं सोशल मीडिया पर ही प्रकट हो रही हैं।
शाजापुर कलेक्टर राजीव शर्मा के भोपाल तबादले का सोशल मीडिया पर भारी विरोध हो रहा है। रविवार को वाट्सएप, फेसबुक एवं टि्वटर पर तबादले को लेकर लोगों ने जमकर टिप्पणी की। लोगों ने यह तक लिख दिया कि यह सुराज नहीं हिटलरशाही है? कई ने सीएम शिवराज सिंह के टि्वटर अकाउंट में टि्वट भी किए।
शिवपुरी कलेक्टर राजीव दुबे के तबादले की खबर जैसे लोगों को लंबे इंतजार का फल मिल गया हो। लोगों ने ना केवल तबादले की सूचना एक दूसरे को दी बल्कि वाट्सअप पर तबादला सूची का वो पेज भी शेयर किया गया जिसमें राजीव दुबे का नाम था। आम जनता ने इस तबादले के बाद राहत की सांस ली।
राजीव शर्मा के इन कामों से खुश है जनता
जिले के सर्वाधिक गांव खुले में शौचमुक्त किए
गरीबों की सीधी सुनवाई
भ्रष्ट कर्मचारियों पर लगाम कसी
खनन माफिया एवं अवैध कॉलोनाइजरों को संरक्षण नहीं दिया
गरीबों को सबसे ज्यादा उपचार सहायता
सोशल मीडिया से हर नागरिक से सीधे संवाद
राजीव दुबे के इन कामों से नाराज है जनता
जिले में कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं किया।
पूरा कार्यकाल बस वक्त गुजारते रहे।
कलेक्टर के अधिकारों का जनहित में कोई उपयोग नहीं किया।
जनसुनवाई केवल औपचारिकता बनकर रह गई।
पूरे जिले पर 6 भ्रष्ट अधिकारियों का कब्जा रहा।
माफिया ने खुलकर शिवपुरी की संपदा लूटी।
प्रशासनिक तंत्र को नियंत्रित करने में बिफल रहे।
सांसद, मंत्री और विधायकों की चिंता करते रहे।