इंदौर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की समन्वय बैठक में उठे बेलगाम अफसरशाही के मुद्दे ने भाजपा को 2 फाड़ कर दिया है। एक तरफ इस बहाने सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं तो दूसरी ओर शिवराज के बचाव में मंत्री अर्चना चिटनिस ने शिकायत करने वाले सांसदों को बेईमान निरूपित करने का प्रयास किया।
मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस का कहना है कि यदि नेता-मंत्रियों को अपने काम की पूरी जानकारी है और वो ईमानदार हैं, तो अफसर उन पर भारी नहीं हो सकते। वह एक दिवसीय प्रवास के लिए इंदौर आई है। यहां विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश के दर्शन करने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने यह बात कही।
चिटनिस ने बताया कि वह खुद उस बैठक में मौजूद थी, वहा ऐसी कोई बात नहीं हुई है। देश में लेजिस्लेटिव, एग्जीक्यूटिव और जुडिशरी की अपनी-अपनी भूमिका है। सभी को एक साथ मिलकर काम करना है। कोई किसी पर हावी नहीं होता। अर्चना चिटनिस ने कहा कि मंत्री और नेताओं को अपना-अपना काम करना आना चाहिए, उनकी कार्यक्षमता अच्छी होना चाहिए, उन्हें अपने विभाग की अन्दर तक जानकारी हो और ईमानदार हों तो उन पर कोई भारी नहीं हो सकता।