इंदौर। यूं तो सरकारी विभागों में वर्षों पुराने रिकार्ड भी सुरक्षित रहते हैं परंतु कैलाश विजयवर्गीय की नोट के बदले वोट वाली सीडी निर्वाचन कार्यालय से गुम हो गई है। यह जानकारी उप निर्वाचन अधिकारी संतोष कुमार टैगोर ने हाईकोर्ट में दी। यहां कैलाश विजयवर्गीय का निर्वाचन शून्य करने वाली एक याचिका पर सुनवाई चल रही है। याचिका अंतर सिंह दरबार की ओर से लगाई गई हैं
बुधवार को उप निर्वाचन अधिकारी संतोष कुमार टैगोर और मानपुर सीएमओ आधार सिंह ने कोर्ट साक्षी के रूप में बयान दिए। टैगोर ने स्वीकारा कि मोहर्रम के कार्यक्रम की सीडी दफ्तर से गुम हो चुकी है। इसलिए उसे कोर्ट नहीं लाया जा सका। वे यह नहीं बता पाए कि कार्यक्रम की कितनी सीडी बनी थी।
दूसरे कोर्ट साक्षी सिंह ने सीएमओ कार्यालय का वह रजिस्टर पेश किया, जिसमें कमल पटेल को विधायक प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त करने का पत्र लगा था। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि पटेल इस हैसियत से बैठकों में शामिल होते थे। पहले कोर्ट ने टैगोर और सिंह का मुख्य परीक्षण किया। इसके बाद विजयवर्गीय और दरबार के वकीलों ने।
सीडी कैसे गुमी, जांच हो
याचिकाकर्ता की ओर से एक आवेदन कोर्ट में पेश किया गया। इसमें गुहार लगाई है कि निर्वाचन कार्यालय से मोहर्रम के अवसर पर बनी सीडी कैसे गायब हुई, इसकी जांच कराई जाए। बुधवार को ही पटेल की ओर से एक रिकॉल आवेदन भी पेश हुआ। उन्होंने अपना नाम याचिका से कम करने की गुहार लगाई थी। कोर्ट एक बार इसे खारिज कर चुकी है।