धार। अपने पति एवं साथी अधिकारी को लेकर फॉरेस्ट गार्ड रमेश पॉल के घर में घुसकर मारपीट करने वाली महिला रेंजर सीमा सिंह के खिलाफ अब कर्मचारी एकजुट हो गए हैं। वन कर्मचारी संघ ने रैली निकालकर रेंजर को सस्पेंड करने की मांग की है। रेंजर ने गार्ड को इस कदर पीटा था कि उसे अस्पताल दाखिल करना पड़ा। इतना ही नहीं अपनी पॉवर का यूज करके उसे तत्काल सस्पेंड करा दिया गया और उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई।
वनकर्मचारी संघ ने इस घटना के खिलाफ रैली निकाली और रेंजर सीमा सिंह को सस्पेंड करने की मांग की। संघ ने डीएफओ और रेंजर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने डीएफओ वायपी सिंह को दोषी रेंजर सीमासिंह को निलंबित करने और मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है। मध्यप्रदेश वन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय पांडेय का कहना है कि, यदि सात दिनों में मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
मीडिया पर झल्लाए डीएफओ
वनमंडलाधिकारी वायपी सिंह से बात की गई तो पहले तो वे पूरे मामले मे बात की तो वे सफाई देते नजर आए। वहीं, पीड़ित वनरक्षक रमेश पाल को निलंबित करने का कारण पूछने पर वे झल्ला उठे और जांच करवाने की बात कहने लगे। धामनोद रेंज की रेंजर सीमासिंह अंडरग्राउंड हो गई है और किसी के सामने नहीं आ रहीं। पुलिस के आला अधिकारी पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
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