जिसे गोपाल भार्गव ने सस्पेंड किया था, विश्वास सारंग ने पॉवरफुल बना दिया

भोपाल। सहकारिता विभाग के जिस अफसर को तत्कालीन सहकारिता मंत्री गोपाल भार्गव ने सस्पेंड करने के निर्देश दिए थे, मंत्री के बदलते वही अफसर पॉवरफुल हो गया। नए सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने उसे बैंक प्रभारी बना दिया। 

सूत्रों के मुताबिक निगम के खिलाफ पन्ना में पदस्थापना के दौरान सहकारी समितियों का ऑडिट नहीं कराने और दमोह में विपणन सहकारी समिति हटा को पुनर्जीवित करने में अनियमितता के आरोप लगे हैं। इसके आधार पर आयुक्त सहकारिता मनीष श्रीवास्तव ने उन्हें जनवरी में निलंबित करने का प्रस्ताव प्रमुख सचिव सहकारिता अजीत केसरी को दिया था।

इसमें बताया गया था कि तत्कालीन सहकारिता मंत्री गोपाल भार्गव ने फोन पर निर्देश दिए कि छतरपुर में अखिलेश कुमार निगम के पदस्थ रहने के दौरान कई अनियमितताएं हुईं। इससे विभाग की छवि खराब हुई है, इसलिए निलंबन किया जाए। विभाग को भेजे प्रस्ताव में यह भी बताया गया कि निगम के खिलाफ 11 शिकायतें मिली हैं।

संयुक्त आयुक्त सागर ने भी जनवरी में अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव दिया था। निगम को इसी साल जनवरी में निलंबित की तैयारी हो गई थी पर उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जिस पर स्थगन मिल गया। निगम ने शासन को आवेदन देकर छतरपुर से हटाने का आग्रह भी किया। साथ ही यह प्रस्ताव रखा कि उन्हें हटा दिया जाता है तो वे कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका वापस ले लेंगे। इस आधार पर प्रमुख सचिव ने मंत्री को हाई कोर्ट के स्थगन का हवाला देते हुए निलंबन प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने नोटशीट लिखी थी।

इस मामले में निर्णय हो नहीं पाया और दो दिन पहले निगम को छतरपुर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक का प्रभारी बना दिया, जबकि इसी जिले में पदस्थ रहने के दौरान उनकी शिकायतें हुई थीं।

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