अब स्लीपर और जनरल कोच के यात्रियों को भी मिलेंगे बेडरोल

बेंगलुरु। रेलवे के एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों को बेड रोल यानी तकिया, चादर और कंबल तो असानी से उपलब्ध हो जाता है लेकिन स्लीपर और जनरल कोच के यात्रियों को ऐसी सुविधा नहीं मिलती है। यात्रियों की इन्हीं परेशानी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अब स्लीपर और जनरल कोच में भी बेडरोल की सुविधा शुरू की है।इसके लिए यात्रियों को 250 रुपए चुकाने होंगे। खास बात ये है कि इस बेडरोल को आप यात्रा के बाद अपने साथ ले जा सकते हैं।

दक्षिण-पश्चिम रेलवे ने शुरू की सेवा
दक्षिण-पश्चिम रेलवे ने सोमवार को ई-बेडरोल सेवा की शुरुआत की, जिसके तहत स्लीपर क्लास या अनारक्षित डिब्बों में यात्रा करने वालों को 250 रुपए में दो सूती का चादर, एक तकिया और एक रजाई मुहैया कराया जाएगा। यात्री इन्हें अपने साथ ले जा सकेंगे।

आईआरसीटीसी ने शुरू की ई-सेवा
रेलवे के बेंगलुरू संभागीय प्रबंधक संजीव अग्रवाल ने बताया कि नई ई-सेवा हमारी सहयोगी कंपनी आईआरसीटीसी द्वारा शुरू की गई है। यह सेवा टिकट की बुकिंग के समय या स्टेशन पर ट्रेन छूटने से पहले ई-हब से ली जा सकती है। इसके लिए इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लि. (आईआरसीटीसी) ने रेलवे स्टेशनों पर ई-हब की स्थापना की है जहां यात्रियों को ई-कैटरिंग, ई-बेडरोल और रिटायरिंग रूम की ई-बुकिंग की सुविधा मिलती है।

सेवा के लिए चुकाने होंगे पैसे
संजीव अग्रवाल ने बताया कि अभी तक यह सुविधा केवल एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों को ही उपलब्ध थी, जिसका शुल्क टिकट में ही जोड़ दिया जाता है। इस सेवा के माध्यम से यात्री अब ये चीजें खरीद सकेंगे और अपने साथ ले भी जा सकेंगे। इस सेवा के तहत दो चादर और तकिया 140 रुपए में तथा कंबल 110 रुपए में अलग-अलग भी खरीदे जा सकेंगे।

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