भोपाल। सई पकड़े हैं, डायलॉग के साथ फेमस हुईं शिल्पा शिंदे के लिए 'भाबीजी घर पर हैं' सीरियल निश्चित रूप से लाइफ चेंजिंग था लेकिन वो इसमें शिल्पा की अपनी प्रतिभा भी थी। डायरेक्टर-प्रोडयूसर ने उन्हें मौका दिया तो उन्होंने भी इसे पूरी शिद्दत से निभाया परंतु छोटे पर्दे का गंदा सच कुछ और ही है। शिल्पा बतातीं हैं कि किस तरह डायरेक्टर-प्रोडयूसर मिलकर कलाकारों को बंधुआ मजदूर बना लेते हैं। इस ग्लैमरस लाइफ के पीछे एक काला सच होता है, जो सिर्फ कलाकार ही जानते हैं।
शिल्पा ने 'भाबी जी घर पर हैं' के विवाद पर कहा कि सच यह है कि प्रोडयूसर मुझे एक्सक्लूसिविटी कॉन्ट्रैक्ट में बांधना चाहते थे। ताकि मैं उनकी गुलाम बन जाऊं और कहीं काम न कर सकूं। कहीं से उन्हें पता चल गया था कि मुझे कपिल का शो ऑफर हुआ है। इसके लिए मुझे दो दिन की छुट्टी चाहिए थी। तब उन्होंने बदतमीजी से पूछा कितने पैसे चाहिए बोलो, लेकिन एक्सक्लूसिविटी कॉन्ट्रैक्ट तो करना पड़ेगा। हमने आपको बनाया है नहीं तो आपकी क्या औकात। मैंने उनसे कहा कि एक्सक्लूसिविटी कभी साइन नहीं किया न करूंगी। तब उन्होंने मेरी प्रेस और तमाम जगह बदनामी करना शुरू कर दी।
प्रोग्राम के दौरान शिल्पा ने कहा कि टेलीविजन इंडस्ट्री में आर्टिस्ट की कोई पर्सनल लाइफ नहीं। हम बीमार हो, घर में किसी की मौत हो गई। तब भी आपको काम करना है। कहने के लिए आर्टिस्ट एसोसिएशन है सिन्टा। लेकिन वो भी प्रोडयूसर के लिए काम करती है। उसके सारे नियम आर्टिस्ट के विरोध में हैं। इसके अलावा शो के कॉन्ट्रैक्ट वन साइडेड होते हैं। उसे आर्टिस्ट मजबूरी में साइन कर देते हैं।
मैंने 'भाबी जी घर पर है' शो छोड़ने के बाद देखा। काफी सैड फील हुआ। डायरेक्टर-प्रोडयूसर कहते हैं कि शिल्पा को उन्होंने 'भाबी जी' बनाकर खड़ा किया तो एक और 'भाबी जी' क्यों नहीं खड़ी कर लेते। दूसरी 'भाबी जी' मेरी नकल कर रही है वह कभी असल नहीं बन सकती।