राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने राहुल गांधी से पूछा सवाल

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने शुक्रवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल किया कि वह अपने हलफनामे में कहे प्रत्येक शब्द पर कायम हैं या सार्वजनिक स्थलों पर दिए भाषणों में बोले गए "झूठ" पर? महात्मा गांधी की हत्या में संघ की भूमिका पर यू-टर्न लिए जाने संबंधी खबरों को खारिज करते हुए गुरुवार को राहुल गांधी ने कहा था कि वह अपने प्रत्येक शब्द पर कायम हैं।

संघ के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी कहा गया है कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को झूठ बोलना बंद करके माफी मांगनी चाहिए। "सत्यमेव जयते" शीर्षक से जारी पोस्ट में "द स्टेट्समैन" में 2000 में छपे संपादकीय पर कानूनी लड़ाई के बाद 2003 में अखबार की ओर से मांगी गई माफी का हवाला दिया गया है।

संघ का कहना है कि क्या राहुल गांधी और कांग्रेस भी सच का सम्मान करते हुए लिखित में ऐसे ही माफी मांगेंगे और इस बात की गारंटी देंगे कि वह और उनकी पार्टी भविष्य में फिर कभी झूठ नहीं बोलेंगे। बता दें कि संघ ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था और उन्होंने इस मामले को खारिज करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी।

सुप्रीम कोर्ट में राहुल की ओर से पेश वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने हाईकोर्ट में दायर हलफनामे का हवाला देते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कुछ लोगों पर ही आरोप लगाया था न कि संगठन पर।

राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा भी था, "मैं संघ के घृणास्पद और विभाजनकारी एजेंडे के खिलाफ लड़ना कभी बंद नहीं करूंगा। अपने कहे प्रत्येक शब्द पर मैं कायम हूं।" अपने रुख को और पुष्ट करने के लिए उन्होंने भी बांबे हाईकोर्ट में दायर अपने हलफनामे के कुछ पैराग्राफ का हवाला दिया था।

महाराष्ट्र में एक चुनावी सभा के दौरान दिए गए कथित अपमानसूचक बयान के आरोपी के तौर पर उनके खिलाफ जारी समन को चुनौती देते हुए राहुल ने यह हलफनामा दायर किया था। संघ के एक नेता ने इसके बाद स्थानीय अदालत में एक परिवाद दायर किया था जिसमें राहुल को अभियुक्त बनाने की मांग की गई थी। 

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