चेन्नई। तमिलनाडु की रगों में बस गई घूसखोरी को प्रमाणित करता एक संवेदनशील मामला सामने आया है। यहां एक अधिकारी ने रिश्वत के लिए प्राकृतिक आपदा में मारे गए किसान के अनाथ बच्चे को भीख मांगने पर मजबूर कर दिया। 15 साल का यह बालक सड़क पर बैनर लगाकर भीख मांग रहा है। ताकि अधिकारी को रिश्वत अदा कर सके।
पिता की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए सरकार की ओर से मिलने वाले 12 हजार 500 रुपए की मदद के लिए यह किशोर सरकारी कार्यालय के चक्कर काट रहा था। आरोप है कि गांव के प्रशासनिक अधिकारी सुब्रमणयम ने उससे काम करने के लिए 3000 रुपए की रिश्वत मांगी।इस पर अजीत ने अधिकारी से कहा कि वो और उसकी मां रिश्वत नहीं दे सकते। उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। मगर, उनकी एक बात नहीं सुनी गई, बल्कि यहां तक कह डाला कि भीख मांगकर लाओ, लेकिन बिना 3000 की रिश्वत के सहायता राशि नहीं मिलेगी।
अधिकारी के आदेश का पालन
दोस्तों की मदद से अजीत ने एक बैनर छपवा लिया। तमिल भाषा में छपे इस बैनर पर अपना संदेश लिखकर लड़का जगह-जगह भीख मांग रहा है। इसमें लिखा गया है कि मुझे गांव के प्रशासनिक अधिकारी को रिश्वत देने के लिए पैसा चाहिए। मेरे पिता के आखिरी हक को पाने के लिए रिश्वत देने के लिए हमारे पास पैसे नहीं है। मामला है तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से करीब 206 किमी. दूर एम कन्नाथुर गांव का।