श्रीनगर। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के लिए सोमवार की सुबह उस समय स्थिति काफी दुविधापूर्ण हो गई, जब वह राष्ट्रध्वज को लहराने के लिए उन्होंने उसकी ढोरी खींची और तिरंगा नीचे आ गिरा। मुख्यमंत्री ने इसका नोटिस लेते हुए राज्य पुलिस महानिदेशक को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की निशानदेही कर उन्हें तत्काल प्रभाव से निंलंबित करने को कहा।
इससे पहले आज यहां बख्शी स्टेडियम में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्वतंत्रता दिवस समारोह संपन्न हुआ। बतौर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का यह पहला स्वतंत्रता समारोह था। सोमवार सुबह समारोह की शुरुआत करते हुए उनहोंने सलामी मंच पर आकर जैसे ही राष्ट्र ध्वज को फहराना चाहा, ध्वज अपने स्तंभ से नीचे आ गिरा। इससे मुख्यमंत्री की किरकरी हो गई।
वहां एक दम सन्नाटा सा छा गया। पुलिस महानिदेशक के राजेंद्र व अन्य अधिकारी भी सकते में आ गए। लेकिन मुख्यमंत्री के सुरक्षा दस्ते में शामिल दो अधिकारियों ने स्थिति को संभालते हुए राष्ट्रध्वज को तुरंत उठा अपने हाथो में तब तक थामे रखा,जब तक मुख्यमंत्री ध्वज को सलामी देती रही।
राष्ट्रगान संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती जब गार्ड ऑफ ऑनर और परेड के निरीक्षण के लिए मैदान में गई तो उस समय संबधित अधिकारियों को राष्ट्रध्वज को दोबारा फलैग पोस्ट के ऊपर स्थापित किया। समारोह के समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य पुलिस महानिदेशक को इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की निशानदेही कर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।