दमोह। कहते हैं सरपंच ग्रामीण जीवन से परिचित होते हैं और गांव के लोगों को जोखिम से बचाना भी उसकी जिम्मेदारी होती है परंतु यहां एक सरपंच ने उफनते नाले में अपनी कार उतार दी। बस फिर क्या था। कार पानी की चपेट में आ गई और बहने लगी। सरपंच सहित 4 लोग को बहती कार से बाहर निकल आए लेकिन 65 वर्षीय शालिगराम फंसे रह गए। वो कार के साथ ही डूब गए।
यह घटना तब हुई जब सागर नाका चौकी के देवराना गांव में खिड़िया नाला में कार गिर गई। कार में बैठे लोग देवराना में एक मेडिकल स्टोर के ओपनिंग में शामिल होकर भौंरासा लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि भौंरासा के सरपंच राधे पटेल कार को ड्राइव कर रहे थे। देवरान गांव के पास खिड़िया नाले पर बना पुल उफान पर था। पुल पर करीब दो से तीन फीट पानी था।
सरपंच ने उसकी परवाह करते बगैर कार को आगे बढ़ा दिया। पानी के तेज बहाव में कार बंद हो गई और कार के अंदर पानी भरने लगा। सरपंच और कार में मौजूद तीन अन्य लोग किसी तरह कार की खिड़कियों से बाहर निकले, लेकिन 65 वर्षीय शालिगराम को बाहर नहीं निकाल जा सका और पानी के तेज बहाव में कार बह गई। रात और बारिश की वजह से रेस्क्यू भी नहीं हो पाया।