उज्जैन किटी पार्टी में 600 महिलाओं से 3 करोड़ की ठगी

उज्जैन। किटी पार्टी की आड में नौकरी पेशा और रईस घरों की 600 से अधिक महिलाओं के साथ सुनियोजित तरीके से करीब तीन करोड की ठगी का एक सनसनीखेज मामला सामने आय़ा है। दरअसल इसके लिये उज्जैन इंदौर और देवास की महिलाओं का एक ग्रुप बनाया गय़ा और हर महीने उनकी किटी पार्टी का आयोजन किया गया।

इस दौरान महिलाओं को किटी पार्टी में ज्वेलरी देने का प्रलोभन दिया गया और 20 महीने तक उनसे दो हजार लेकर पांच और दस हजार लिये गये। लेकिन अब किटी पार्टी में ज्वेलरी देने का प्लान बनाने वाली चंडीगढ की महिलाएं गायब हैं। ऐसे में ठगाई महिलाएं अब उज्जैन, इंदौर और देवास के थानों में जाकर अपने साथ हुई धोखाधडी की रिपोर्ट दर्ज करा रही हैं।

उज्जैन के माधव नगर थाने में अपने साथ हुई ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची ये सभी महिलाएं संभ्रांत परिवारों की हैं। इनमें कई नौकरी पेशा हैं तो कई रईस घरों से ताल्लुक रखती हैं। कोई प्रोफेसर है तो कोई डॉक्टर को किसी के पति अधिकारी हैं। दरअसल चंडीगढ के पंचकुला में रहने वाली शिल्पी जिंदल और यशी चौहान की दो महिलाओं ने पहले उज्जैन, देवास और इंदौर की महिलाओं का एक ग्रुप बनाया। जिनकी कभी उज्जैन तो कभी इंदौर या देवास में किटी पार्टी का आयोजन किया जाता था। 

किटी पार्टी के आयोजन के दौरान ग्रुप बनाने वाली महिलाओं शिल्पी जिंदल और यशी चौहान ने खुद को आदित्य ज्वेलर्स चंडीगढ और जगन्नाथ ज्वेलर्स से जुडा बताते हुये ठगी का प्लान बनाया औऱ किटी पार्टी के दौरान ग्रुप की महिलाओं को मनपसंद ज्वेलरी देने का झांसा दिया। इसके लिये महिलाओं से दो से पांच और दस हजार रूपये हर महीने किटी के दौरान लिये जाते और उन्हें 20 महीने बाद ज्वेलरी दिए जाने का भरोसा दिया जाता। 

गौरतलब है कि दिसंबर 2014 से शुरू हुआ ये ग्रुप 2016 तक चलता रहा। लेकिन अब पिछले तीन चार महीनों से किटी पार्टी का आय़ोजन करने वाली चंडीगढ की दोनों महिलाओं शिल्पी जिंदल औऱ यशी चौहान का कोई अता पता नहीं है और न ही दोनों का कोई संपर्क सूत्र है। हैरानी की बात ये है कि संभ्रांत और रईस परिवारों की ये महिलाएं ठगी होने के बाद भी पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने नहीं आ रही थी। 

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