भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खासमखास अफसरों में गिने जाने वाले आईएएस राधेश्याम जुलानिया को अंतत: जल संसाधन विभाग छोड़ना ही पड़ा। जुलानियां यहां 5 साल से जमे हुए थे। पिछले महीने पन्ना में 2 बांध टूटे, विधायकसभा में हंगामा हुआ लेकिन जुलानिया का पांव कोई नहीं हिला पाया, लेकिन मंत्री नरोत्तम मिश्रा की मर्जी सब पर भारी पड़ गई। जुलानिया को जाना पड़ा। आईएएस रमेश थेटे की तो जैसे बिन मांगे ही मुराद पूरी हो गई। अब मिश्राजी के पसंदीदा आईएएस पंकज अग्रवाल उनकी कुर्सी संभालेंगे।
पंकज अग्रवाल इससे पहले स्वास्थ्य विभाग में नरोत्तम मिश्रा के साथ थे। वे आयुक्त स्वास्थ्य के पद पर पदस्थ थे और दोनों के बीच अच्छा तालमेल है। दरअसल, जब उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की बागडोर सौंपी थी तभी तय हो गया था कि उनसे एक विभाग वापस लिया जाएगा। जुलानिया का इम्पैनलमेंट केंद्र में भी हो गया है। पोस्टिंग होने के बाद उनके दिल्ली जाने की भी संभावना है। इसके अलावा और भी कई अफसर रहे जो मंत्रियों की पसंद के हिसाब से बदले गए। इनमें दीपाली रस्तोगी प्रमुख हैं जिन्हे जयंत मलैया ने अपने विभाग से निकाल बाहर किया है।
कुल मिलाकर मंत्री मंडल के विस्तार एवं मंत्रियों के विभागों की अदला बदली के समय जो सीन बना था अब वह पलट गया है। उस समय आईएएस अफसरों ने मंत्रियों के विभाग बदलवा दिए थे। मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया अफसरशाही की प्रमुख शिकार रहीं लेकिन इस बार मंत्री ताकतवर साबित हुए। मप्र में अफसरों और मंत्रियों की बीच चल रही तनातनी अब क्या क्या रंग दिखाएगी यह आने वाला वक्त ही बताएगा।