रतलाम। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक ने फसल बीमा योजना के तहत 53 हजार किसानों का फर्जी बीमा कर डाला। किसानों ने सोयाबीन की उपज के लिए बीज डाला है और बैंक ने टमाटर की फसल का बीमा कर दिया। किसानों के खातों से 10 करोड़ रुपए प्रीमियम के भी काट लिए गए। अब मामले ने तूल पकड़ लिया है। राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष हिम्मत कोठारी ने सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग को पत्र लिखकर मामले की विस्तृत जांच कराने का आग्रह किया है।
वित्त आयोग के अध्यक्ष हिम्मत कोठारी ने कहा है कि, 53 हजार किसानों को नुकसान न हो इसलिए विभाग को फसल बीमा की तारीखें आगे बढ़ाना चाहिए। कोठारी के इस पत्र के बाद जिले की राजनीति में भी उबाल आ गया है, क्योंकि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की बागडोर बीजेपी के नेताओं के ही हाथों में है। अब इस पत्र के बाद बीजेपी नेता सकते में आ गए हैं। वित्त आयोग के अध्यक्ष ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के महाप्रबंधक पीएन यादव को भी हटाने की मांग के साथ अन्य दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
गौरतलब है कि जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 53 हजार किसानों की सोयाबीन की जगह टमाटर की फसल का बीमा किया गया है, जिसकी 10 करोड़ की प्रीमियम राशि भी किसानों से खातों से काटी जा चुकी है। कांग्रेस नेता वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है, जिसके बाद जिले की राजनीति में हड़कंप मच गया है। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में करोड़ों रुपए का गोलमाल हुआ है।