भोपाल। मप्र के औद्योगिक विकास में नाकाम रही शिवराज सरकार विदेशी निवेश तो नहीं ला पाई, अब मांस के कारोबार में मोटा निवेश जुटाने जा रही है। मप्र की राजधानी भोपाल में एक बड़ा कत्लखाना खोला जा रहा है। इस कत्लखाने में बड़ा निवेश करने के लिए भाजपा सरकार ने बसपा विधायक से हाथ मिलाया है। बसपा विधायक की कंपनी देश के कई राज्यों में कत्लखाने संचालित करती है। इस कंपनी के कत्लखानों में प्रतिदिन 6000 से ज्यादा जानवर मार दिए जाते हैं। याद दिला दें यह मामला सबसे पहले भोपाल समाचार डॉट कॉम ने ही प्रकाशित किया था। बड़े मीडिया घरानों को सरकार ने इस मामले में मैनेज कर लिया था। कांग्रेस तो चुप है ही। सोशल मीडिया पर खबर 'भाजपा के राज में बन रहा है कत्लखाना, 500 जानवर रोज कटेंगे' वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया।
जानकारी के अनुसार नगर निगम को प्रपोजल देने वाली कंपनी के बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तरप्रदेश में स्लाटर हाउस हैं। अब यह कंपनी भोपाल में बड़ा कत्लखाना खोलना चाहती है। कंपनी का मालिक यूपी में बसपा का नेता है। पता चला है कि उसकी मप्र में सीएम से लेकर महापौर तक सबसे बात हो गई है। सभी उसकी कंपनी को कत्लखाना खोलने की अनुमति देने के लिए तैयार हें। नगर निगम आॅफिस में भी इस कंपनी की फाइल पर सारी अनुमतियां चस्पा कर दी गईं हैं।
पहले 500 जानवर कटेंगे, फिर धीरे धीरे बढ़ेंगे
कंपनी को स्लाटर हाउस के पास 500 बड़े और 200 छोटे जानवर रखने के लिए जगह चाहिए। कंपनी के प्रपोजल के अनुसार वे भोपाल में बड़ा कत्लखाना बनाना चाहते हैं। सरकार की ओर से फिलहाल 500 जानवर रोज काटे जाने की अनुमति दी जा रही है। शीघ्र ही इसे बढ़ा दिया जाएगा। ठीक वैसे ही जैसे अंबानी और अडानी बंधुओं की कंपनियों को बढ़ा दिया जाता है।
एनजीटी ने सिर्फ स्लाटर हाउस शिफ्ट करने को कहा था
शहर के अंदर जिंसी चौराहे के पास बीते कई साल से स्लाटर हाउस संचालित है। जिसमें शहर की जरूरत है कि हिसाब से प्रतिदिन 60 जानवर औसत काटे जाते हैं। पिछले महीने एनजीटी ने निर्देश जारी किए थे कि स्लाटर हाउस को शहर के बाहर शिफ्ट किया जाए। एनजीटी के आदेश की आढ़ लेकर सरकार ने स्लाटर हाउस को शिफ्ट करने के साथ साथ बड़ा कत्लखाना भी खोल डालने की योजना बना ली।