दलित नेता को हटाना चाहते हैं दिग्विजय सिंह ?

भोपाल। विधानसभा में भाजपा के मंत्रियों का कहना है कि कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह अपनी ही पार्टी के दलित विधायक बाला बच्चन को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाना चाहते हैं। मामला दिग्विजय सिंह द्वारा किए गए एक ट्विट का है। जिसे संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विशेषाधिकार हनन का मामला बताया है। 

दरअसल, दिग्विजय सिंह ने 25 जुलाई को एक ट्विट कर कहा था कि 'कांग्रेस विधायक दल को तत्काल सिंहस्थ के आयोजन में हुए भ्रष्टाचार को विधानसभा में पूरी मजबूती से उठाना चाहिए' इसके बाद मंगलवार को सदन में सिंहस्थ घोटाले को लेकर काफी हंगामा भी हुआ। 

बुधवार को सत्ता पक्ष के मंत्रियों ने इस मामले को उठाया। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह विधायकों के विशेषाधिकार हनन का मामला है। सत्ता पक्ष की ओर से मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की आजादी, सोचने की आजादी पर हमला है। सत्ता पक्ष के मंत्रियों का कहना था कि कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन दलित समुदाय से हैं, लिहाजा उन्हें हटाने के लिए साजिश की जा रही है। 

कांग्रेस की ओर से विधायक रामनिवास रावत, अजय सिंह आदि ने अपनी बात रखी। इस दौरान दोनों पक्षों के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। हंगामा बढ़ने पर कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई, लेकिन कुछ सवाल अब भी जिंदा है कि 
  • क्या दिग्विजय सिंह, अपनी ही कांग्रेस में दलित विधायक को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाना चाहते हैं और इसके लिए मौके तलाश रहे हैं। 
  • क्या दिग्विजय सिंह या कोई दूसरे व्यक्ति को यह अभिव्यक्ति आजादी है कि वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यह राय रख सके कि विधानसभा में किन मुद्दों पर बात होनी चाहिए, और किन मुद्दों पर नहीं। 
  • सवाल यह भी है कि जब दिग्विजय सिंह के निशाने पर उनके अपने विधायक हैं तो सत्तापक्ष के मंत्रियों को समस्या क्या है। यह तो अच्छी बात है कि कांग्रेस गुटबाजी में फंसी हुई है। 

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