नईदिल्ली। पाकिस्तान कश्मीर में घुस आया है। इस बार उसकी सेना नहीं बल्कि पैसा और हथियार आया है। कश्मीर के उपद्रवियों को फंड मुहैया कराए जा रहे हैं, पुलिस और सेना पर हमले के लिए उकसाया जा रहा है। हमलावरों को इनाम दिए जा रहे हैं और भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह पाकिस्तान यात्रा की तैयारी कर रहे हैं। वे SAARC के आतंरिक और गृहमंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेगे। संभव है इस दौरान वो नवाज शरीफ या अपने पाकिस्तानी समकक्षों के साथ बातचीत भी करें।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सिंह 3 अगस्त को पाकिस्तान पहुंचेंगे। पठानकोट में भारतीय वायुसेना के एयरबेस पर हमले के बाद यह किसी वरिष्ठ भारतीय राजनेता का यह पहला दौरा होगा। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है, ”गृहमंत्री दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस के लिए पाकिस्तान जाएंगे। वहां वे नवाज शरीफ सरकार के वरिष्ठ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं।”
भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर हिंसा पर पड़ोसी देश के शीर्ष नेताओं की बयानबाजी से तनाव है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने घाटी में 8 जुलाई को हिजबुल के आतंकी बुरहान वानी की हत्या के बाद कई भड़काऊ भाषण दिए थे। उन्होंने बुरहान को शहीद बताते हुए कहा था कि कश्मीर में भारतीय सेना कानूनों का उल्लंघन कर नागरिकों को मार रही है। जिसके जवाब में भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। विदेश मंत्रालय की तरफ से स्पष्ट शब्दों में पाकिस्तान को चेतावनी दी गई थी कि वह भारत के आतंरिक मामलों में दखल देने की कोशिश न करे।