भोपाल। इन दिनों मर्यादाएं भंग करने के कई मामले सामने आ रहे हैं। शायद उचित फोरम में अधिकारियों की सुनवाई नहीं हो रही, इसलिए वो अपना नियंत्रण खो देते हैं और कुछ ऐसा कर बैठते हैं जो उनके प्रति माहौल ही बदल देता है। रीवा में भी कुछ ऐसा ही हुआ। लम्बे समय से कलेक्ट्रेट में अटैच चल रहे तहसीलदार पीएन सोनी भरी मीटिंग में कलेक्टर राहुल जैन पर भड़क पड़े।
मामला गुरूवार 28 जुलाई का है। कलेक्ट्रेट में मीटिंग चल रही थी। सभी डिप्टी कलेक्टरों समेत कई अधिकारी मौजूद थे। तभी अचानक तहसीलदार सोनी भड़क उठे। आसपास मौजूद अधिकारियों ने सोनी को रोकने की कोशिश की, लेकिन वो हंगामा तेज करते चले गए।
पता चला है कि पीएन सोनी प्रमोटी तहसीलदार हैं। कुछ समय पहले वे सिमरिया तहसील में पदस्थ थे। यहां कलेक्टर के पास उनकी मनमानी कार्रवाईयों की शिकायतें आ रहीं थीं। जल संस्था के चुनाव के दौरान उनकी ड्यूटी लगाई गई थी। इस बीच कलेक्टर ने उन्हें मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन सोनी ने उनका कॉल रिसीव नहीं किया। ना ही कॉल बैक किया। चुनाव जैसी महत्वपूर्ण मीटिंग में कलेक्टर को इग्नोर करना कतई क्षम्य नहीं हो सकता था अत: तहसीलदार को कलेक्ट्रेट में अटैच कर दिया गया।
यहां उन्हें सीएम हेल्पलाइन की जिम्मेदारी दी गई लेकिन शिकायत है कि वो यहां भी ठीक प्रकार से काम नहीं कर रहे। वो चाहते हैं कि उन्हें वापस तहसील में पदस्थ कर दिया जाए जबकि कलेक्टर ऐसे गैर जिम्मेदार अधिकारी को महत्वपूर्ण पद देना नहीं चाहते। बस इसी बात को लेकर तहसीलदार ने हंगामा बरपा दिया।