भोपाल। सुपर कॉप बनने के चक्कर में महापौर आलोक शर्मा भोपाल पुलिस के निशाने पर आ गए हैं। पुलिस के ज्यादातर अधिकारी महापौर से नाराज हैं। दरअसल, माहापौर ने बुधवार को एक बिना नंबर की गाड़ी पकड़ ली थी। इसके बाद उन्होंने इसका क्रेडिट भी लूटा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस को बदनाम करके अपनी लोकप्रियता समेटना अच्छी बात नहीं है। महापौर अपने काम कर नहीं पा रहे, पुलिस के काम में दखल दे रहे हैं।
राजधानी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शहर भर में गंदगी का आलम है। नगर निगम द्वारा बनाई गई सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे भ्रष्टाचार की कहानी कह रहे हैं। राजधानी की हजारों समस्याएं महापौर सुलझा नहीं पा रहे हैं। बावजूद इसके सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए पुलिस के कार्यों में दखल दे रहे हैं।
अवैध फ्लैक्स और स्वागत द्वार क्यों नहीं हटवाते
एक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने महापौर आलोक शर्मा को शहर भर की रोटरियों में अपने बड़े बड़े अवैध फ्लैक्स बैनर लगाने को लेकर आड़े हाथों लिया। इस पुलिस अफसर ने आरोप लगाया कि शहर भर में सैकड़ों अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। सड़कों पर बनाए जाने वाले अवैध स्वागत द्वार जहां ट्रैफिक को रोकते हैं वहीं सड़क हादसों को भी बुलावा देते हैं, लेकिन भोपाल पुलिस के ऐतराज के बाद भी नगर निगम इन गैर कानूनी स्वागत द्वारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती।
लालबत्ती में क्यों घूमते हैं
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने महपौर आलोक शर्मा द्वारा नियम विरुद्ध अपनी गाड़ी में लाल बत्ती लगाकर घूमने पर कार्रवाई नहीं करने के लिए पुलिस पर प्रशासकीय दबाव लाने का भी आरोप लगाया। इस अधिकारी का कहना था कि महापौर आलोक शर्मा खुद नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं और सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए पुलिस के अधिकार क्षेत्र में जाकर हस्तक्षेप करते हैं।