वाराणसी। पीड़ितों को न्याय दिलाने पत्रकारिता का कोर्स करने आई एक छात्रा अपने ही घर में रिश्तेदारों का शिकार हो गई। उसके मामा ने रेप करने की कोशिश की, उसके कपड़े फाड़ डाले, मामी को पता चला तो उन्होंने उसे बचाने के बजाए बेरहमी से इस कदर पीटा कि वो बेहोश हो गई। होश में आने के बाद पुलिस के पास गई तो पुलिस भी कहने लगी 'राजीनामा कर लो।'
पीड़िता गाजीपुर के रेवतीपुर की रहने वाली है, जो करीब 5 साल से नाना के घर रहकर ही काशी विद्यापीठ से एमजे कर रही है। वह अपने बुजुर्ग नाना की देखभाल भी करती है। आरोपी मामा संजय वर्मा पेंट का काम करता है। घटना के दिन युवती को अकेले खाना बनाते हुए देखकर मामा ने रसोई का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और उससे रेप करने की कोशिश की। इस दौरान उसने भांजी के कपड़े भी फाड़ डाले।
युवती के शोर मचाने पर मामी वहां पहुंची, लेकिन उन्होंने भी भांजी को बचाने की बजाया उसे बुरी तरह पीटा। उसे गर्म चिमटे से दाग दिया। घटना सिगरा थानाक्षेत्र की है। युवती ने बताया कि मामा-मामी की पिटाई से बेहोश हो गई थी। किसी तरह हिम्मत जुटाकर वह सिगरा थाने पहुंची। वहां उसे विद्यापीठ चौकी जाने को कहा गया, लेकिन यहां भी चौकी प्रभारी संतोष राय ने उसकी बात नहीं सुनी।
चौकी प्रभारी ने उस पर दबाव बनाया कि वह सुलह कर ले। पीड़िता की मां उषा और पिता लक्ष्मण ने कहा कि हम अपनी बेटी के साथ हैं। हमें न्याय चाहिए। उसके मामा ने जो किया वह बहुत ही शर्मनाक है।