मेरठ। अब आपको साधु-संत और सन्यासी की अलग परिभाषा गढ़नी होगी। सांसरिक और भौतिक मोहमाया को त्यागकर तप करने वाले लोगों को अक्सर साधु कहा जाता है परंतु यहां एक ऐसे साधु चर्चा में हैं जो 13 किलो गोल्ड बहनकर कांवड़ यात्रा में शामिल हुए हैं। लोग इन्हे गोल्डन बाबा कहते हैं। करीब चार करोड़ के कीमती आभूषण पहन कर कांवड़ ला रहे बाबा की सुरक्षा में 30 निजी सुरक्षा कर्मी हैं। इनके साथ 350 कांवडिय़ों का दल भी है।
इसके अलावा बाबा 27 लाख रुपए की हीरे की घड़ी भी पहनते हैं जो कि खासतौर पर बनाई गई है। बुधवार को बाबा मेरठ पहुंच गए। उनके बेड़े में एक मिनी ट्रक है जिसके पीछे गाडिय़ों में करीब 200 अनुयाई साथ चलते हैं। दिल्ली में कारोबारी रहे बाबा हर साल श्रावण के महीने में कांवड़ यात्रा पर जरूर जाते हैं।
बाबा के हाथों में मोटी अंगूठी के अलावा गले में चेन और लॉकेट है। यात्रा पूरी तरह से हाईटेक है। लग्जरी गाड़ी बाबा के साथ चल रही हैं। बाबा की यह 24 वीं कांवड़ यात्रा है। उन्होंने कहा है कि आखिरी सांस तक वह कांवड़ लाएंगे। हरिद्वार में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बाबा का फूल माला पहनाकर स्वागत किया था।